कोरोनाा महामारी इफेक्ट : कंगाल हो सकता है पाकिस्तान, गरीबी बढ़ने का अंदेशा
पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय का अनुमान है कि महामारी के कारण औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों से जुड़े करीब 30 लाख लोग नौकरी गंवा सकते हैं।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान में जिस तरह से कोरोना वायरस को प्रसार फैल रहा है, उससे पाकिस्तान में कंगाली की आंशका जताई जा रही है। पहले से बदहाल पाकिस्तान में कोरोना महामारी के चलते देश में गरीबी और बेरोजगारी बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है। पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय का अनुमान है कि महामारी के कारण औद्योगिक और सेवा क्षेत्रों से जुड़े करीब 30 लाख लोग नौकरी गंवा सकते हैं। मुल्क में गरीबी मौजूदा 24.3 फीसद से बढ़कर 33.5 फीसद हो सकती है।मंत्रालय ने शुक्रवार को संसद के ऊपरी सदन सीनेट में अपनी रिपोर्ट में बताया कि कोरोना के चलते आर्थिक मोर्चे पर मुश्किलें बढ़ गई हैं। सेवा क्षेत्र में 20 लाख से ज्यादा और औद्योगिक क्षेत्र में दस लाख से अधिक नौकरियां जा सकती हैं।
महामारी से पहले मुल्क की आर्थिक विकास दर 3.24 फीसद होने का अनुमान था, लेकिन चालू वित्त वर्ष में यह दर शून्य से नीचे चली गई है। बता दें कि अगस्त, 2018 में प्रधानमंत्री बनने के लिए इमरान खान ने आर्थिक मदद के लिए कई खाड़ी देशों के साथ चीन की यात्रा की थी। इस मुहिम में उन्हें सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और चीन समेत कई देशों से आर्थिक मदद मिली थी। बदहाली से उबरने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी आर्थिक पैकेज की मांग की थी। अब महामारी से निपटने के लिए आर्थिक मदद मांगी जा रही है।
कोरोना के 4,700 नए मामले पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि मुल्क में बीते 24 घंटे के दौरान 4,700 से ज्यादा नए मामले पाए गए। इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 94 हजार हो गई है। 97 पीडि़तों की मौत से मरने वालों का आंकड़ा 1,935 हो गया है।-