Pakistan Economic Crisis: बदहाली के कगार पर पाकिस्तान, सभी लग्जरी वस्तुओं के आयात पर लगाया प्रतिबंध
प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा लग्जरी की वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाने के मेरे निर्णय से देश की बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की बचत होगी। हम सभी को आत्मसंयम करना चाहिए और इस स्थिति में आर्थिक रूप से मजबूत लोगों को इस प्रयास में नेतृत्व करना चाहिए।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। पाकिस्तान को इससे निपटने के लिए कोई तरकीब नहीं सूझ रहा है। अब पाकिस्तानी सरकार ने इससे उबरने के लिए नया तरकीब निकाला है। बढ़ते आयात के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले देश की मुद्रा की रिकॉर्ड गिरावट के बीच पाकिस्तान ने 'आपातकालीन आर्थिक योजना' के तहत 38 गैर-आवश्यक लग्जरी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इस फैसले से देश की बहुमूल्य विदेशी मुद्रा की बचत होगी।
शरीफ सरकार ने ट्वीट किया 'लक्जरी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगाने के मेरे फैसले से देश की कीमती विदेशी मुद्रा की बचत होगी। हम आत्मसंयम करेंगे और आर्थिक रूप से मजबूत लोगों को इस प्रयास में नेतृत्व करना चाहिए ताकि हमारे बीच कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों को पीटीआई द्वारा उन पर लगाए गए इस बोझ को वहन न करना पड़े।
My decision to ban import of luxury items will save the country precious foreign exchange. We will practice austerity & financially stronger people must lead in this effort so that the less privileged among us do not have to bear this burden inflicted on them by the PTI govt.— Shehbaz Sharif (@CMShehbaz) May 19, 2022
यह तब आता है जब पाकिस्तान की मुद्रा बुधवार को अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई, क्योंकि इस्लामाबाद के इतिहास में पहली बार अमेरिकी डॉलर खुले बाजार में PKR200 बेंचमार्क से आगे निकल गया।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने गुरुवार को इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रतिबंध की घोषणा की।
मरियम औरंगजेब ने कहा कि शहबाज पाकिस्तान की 'अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए दिन-रात काम कर रहे थे' और सभी गैर-जरूरी विलासिता की वस्तुओं के आयात पर यह प्रतिबंध उसी के लिए लगाया गया था। 'ये आइटम वे हैं जो आम जनता के उपयोग में नहीं हैं,' उन्होंने कहा कि उन्होंने आयातित वाहनों को एक ऐसी वस्तु के रूप में पहचाना। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पाकिस्तानियों को आर्थिक योजना के तहत बलिदान देना होगा।
उन्होंने कहा, 'हमें आयात पर अपनी निर्भरता कम करनी होगी,' आगे उन्होंने कहा कि सरकार अब निर्यात पर ध्यान केंद्रित कर रही है।