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WHO ने इमरान सरकार को किया था खबरदार, रिकॉर्ड स्‍तर पर पहुंचा मरीजों का आंकड़ा, सियासत शुरू

इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्‍तान में कोरोना को लेकर सियासत गरम हो सकती है। इसके पूर्व में भी विपक्ष ने लॉकडाउन को लेकर इमरान सरकार की आलोचना की थी।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 09:57 AM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 10:12 AM (IST)
WHO ने इमरान सरकार को किया था खबरदार, रिकॉर्ड स्‍तर पर पहुंचा मरीजों का आंकड़ा, सियासत शुरू
WHO ने इमरान सरकार को किया था खबरदार, रिकॉर्ड स्‍तर पर पहुंचा मरीजों का आंकड़ा, सियासत शुरू

इस्‍लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्‍तान में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्‍या  2,00,000 के पार हो गई है। जियो टीवी ने बताया कि संक्रमण की दर पिछले कुछ हफ्तों में कई गुना बढ़ी है। हालांकि, 23 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने प्रतिबंध हटाने के खिलाफ पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दी थी। संगठन ने कहा था कि जुलाई के मध्य तक कोरोना मरीजों में काफी इजाफा होगा।

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इस क्रम में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेब्येयूसस ने कहा था कि इसका देश की अर्थव्‍यवस्‍था पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा। देश में गरीबी बढ़ेगी और गरीबों की संख्‍या में इजाफा होगा। गरीबों की संख्‍या  दोगुनी हो सकती है। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्‍तान में कोरोना को लेकर सियासत गरम हो सकती है। इसके पूर्व में भी विपक्ष ने लॉकडाउन को लेकर इमरान सरकार की आलोचना की थी। यह भी आंशका प्रगट की गई थी कि इससे देश में सेना का दखल भी बढ़ेगा।

इमरान सरकार की हो रही निंदा 

पाकिस्‍तान में लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री इमरान खान की शुरू से दुविधा की स्थिति रही है। कोरोना वायरस के प्रसार के बावजूद लॉकडाउन नहीं करने को लेकर विपक्ष इमरान सरकार पर प्रहार करता रहा है। खासकर पीपीपी ने इमरान सरकार की खूब खिंचाई की है। कोरोना महामारी को लेकर हर चरण में विपक्ष इमरान सरकार पर हमला बोलता रहा है। यहां तक कि अंग्रेजी अखबार डॉन ने एक लेख में इमरान की निंदा की गई थी। लेख में कहा गया था कि पाकिस्‍तान हुकूमत उद्योगपतियों की सलाह पर अपने फैसले ले रही है।

लॉकडाउन को लेकर केंद्र और प्रांतों में मतभेद गहराया 

कोरोना प्रसार के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने एक सार्वजनिक संबोधन में लॉकडाउन की संभावना से ये कहते हुए इनकार कर दिया था कि देश की आर्थिक स्थिति बहुत नाज़ुक है। उन्‍होंने कहा था कि यह देश की जिम्‍मेदारी है कि कि वह देखें कि कोई गरीब भूख से न मारा जाए। उन्होंने ये भी चिंता जताई कि कोरोना महामारी से पाकिस्तान की पहले से ही चरमराती स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव पड़ सकता है। इमरान सरकार के इस रुख के बावजूद सिंध प्रांत और गिलगिट-बाल्टिस्तान ने अपने यहां लॉकडाउन लागू कर दिया था।

सेना का दखल, ढीली पड़ी इमरान की कमान 

कोरोना महामारी के दौरान पाकिस्‍तान में सेना का दखल बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगता है कि कोरोना वायरस पर नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी में सेना और खुफ‍िया अधिकारी भी शामिल थे। इतना ही नहीं इस कमेटी की बैठक की अध्‍यक्षता भले प्रधानमंत्री ने की हो लेकिन इसमें पाकिस्‍तान सेना प्रमुख भी शामिल थे। 

संक्रमित रोगियों की संख्‍या  2,00,000 के पार 

पाकिस्‍तान में कोरोना वायरस का प्रसार तेजी से हुआ है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्‍तान दुनिया का 12वां देश बन गया है, जहां कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्‍या  2,00,000 के पार हो गई है। पाकिस्‍तान के जियो टीवी ने शनिवार को जॉन्स हॉपकिंस विश्वविद्यालय के हवाले से यह जानकारी दी है। देश में अब तक 4,098 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। चिंता की बात यह है कि देश में कोरोना के बचाव में जुटे 5,000 से अधिक चिकित्साकर्मियों ने कोरोना वायरस की चपेट में है।


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