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सऊदी अरब को पाकिस्‍तान में निवेश की मिली अनुमति, ग्वादर पोर्ट पर लगाएगा रिफाइनरी

सऊदी अरब पश्चिमी बलूचिस्तान के जिस इलाके में निवेश कर रहा है, उसकी सीमाएं ईरान और अफगानिस्तान से लगती हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Fri, 05 Oct 2018 10:49 AM (IST)Updated: Fri, 05 Oct 2018 10:49 AM (IST)
सऊदी अरब को पाकिस्‍तान में निवेश की मिली अनुमति, ग्वादर पोर्ट पर लगाएगा रिफाइनरी
सऊदी अरब को पाकिस्‍तान में निवेश की मिली अनुमति, ग्वादर पोर्ट पर लगाएगा रिफाइनरी

इस्‍लामाबाद, एएनआइ। सऊदी अरब को पाकिस्‍तान के तेल और खनिज क्षेत्र में निवेश की अनुमति मिल गई है। ग्‍वादर पोर्ट पर सऊदी अरब की तेल रिफाइनरी भी नजर आएगी। गुरुवार को पाकिस्तान की केंद्रीय कैबिनेट ने ग्वादर पोर्ट में तेल रिफाइनरी की स्थापना के लिए सऊदी अरब को अपनी मंजूरी दे दी।

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पाकिस्‍तानी अखबार की खबर के मुताबिक, पेट्रोलियम मंत्री गुलाम सरवार खान ने बताया कि कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है और जल्‍द ही पाकिस्‍तान और सऊदी अरब के बीच एमओयू साइन हो जाएगा। इसके बाद जल्‍द ही ग्‍वादर पोर्ट पर रिफाइनरी पर काम शुरू हो जाएगा। साथ ही उन्‍होंने कहा कि चीन को पाकिस्‍तान में सऊदी अरब के निवेश करने पर कोई आपत्ति नहीं है।

बता दें कि पाकिस्‍तान की तहरीक-ए-इंसाफ सरकार के कार्यकाल के दौरान सऊदी अरब की ओर से किया गया ये पहला बड़ा निवेश है। आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्‍तान को सऊदी अरब के इस निवेश से काफी राहत मिलेगी। पाकिस्‍तान ने कुछ समय पहले ही सऊदी की ओर मदद का हाथ बढ़ाया था। हालांकि जानकारों का मानना है कि सऊदी अरब को इस परियोजना में शामिल कर पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश ईरान को नाराज कर सकता है। सऊदी अरब पश्चिमी बलूचिस्तान के जिस इलाके में निवेश कर रहा है, उसकी सीमाएं ईरान और अफगानिस्तान से लगती हैं।


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