Move to Jagran APP

गंभीर मानवीय संकट का सामना कर अफगानिस्तान, पाकिस्तान उपलब्ध कराएगा जीवन रक्षक दवाएं

अफगानिस्तान के के जन स्वास्थ्य मंत्री ने हालिया पाकिस्तान यात्रा के दौरान सरकारी और गैर-सरकारी लोगों से मुलाकात की थी। पाकिस्तान फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (पीपीएमए) ने अफगान सरकार को जीवन रक्षक दवाओं के कई कंटेनर देने का वादा किया।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 10:06 AM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 10:06 AM (IST)
गंभीर मानवीय संकट का सामना कर अफगानिस्तान, पाकिस्तान उपलब्ध कराएगा जीवन रक्षक दवाएं
पाकिस्तान अफगानिस्तान को जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराने पर राजी

इस्लामाबाद, एएनआइ। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहे देश को पाकिस्तान ने जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराने पर सहमति जताई है। हाल ही में अफगान स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान का दौरा किया था, जिसमें इमरान सरकार से अफगान नागरिकों को जीवन रक्षक दवाएं आपातकालीन स्तर पर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया था।

loksabha election banner

जियो न्यूज को सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान के जन स्वास्थ्य मंत्री डा कलंदर जिहाद ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पाकिस्तान की हालिया यात्रा के दौरान सरकारी और गैर-सरकारी लोगों से मुलाकात की थी। तालिबान प्रतिनिधिमंडल ने जीवन रक्षक दवाओं के तत्काल प्रावधान के लिए पाकिस्तान सरकार से अनुरोध किया। इसके साथ ही अफगानिस्तान में अस्पतालों की स्थिति पर भी बात हुई, जो देश में हालिया राजनीतिक उथल-पुथल के बीच खस्ताहाल हो गए हैं।

पाकिस्तान फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (पीपीएमए) ने अफगान सरकार को जीवन रक्षक दवाओं के कई कंटेनर देने का वादा किया। संयुक्त राष्ट्र ने सितंबर में कहा था कि अफगानिस्तान की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने के कगार पर है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा, 'अफगानिस्तान की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को ध्वस्त होने देना विनाशकारी होगा। देश भर में लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा जैसे आपातकालीन सीजेरियन सेक्शन और ट्रमा केयर से वंचित किया जा रहा है।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय फंडिंग में हुई कटौती ने स्वास्थ्य प्रदाताओं को यह तय करने के लिए मजबूर किया है कि किसको बचाना है और किसे मरने देना है। टेड्रोस ने बताया कि देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की कमी ने हजारों सुविधाओं को चिकित्सा आपूर्ति खरीदने और वेतन का भुगतान करने में असमर्थ बना दिया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.