Move to Jagran APP

नफरत की इंतेहा: पाक में भारतीय गाने पर नाचने और झंडा फहराने पर स्‍कूल को दी गई सजा

पाकिस्तानी अधिकारियों ने एक स्कूल के पंजीकरण को निलंबित कर दिया। आरोप है कि स्‍कूल के कुछ छात्रों ने एक भारतीय गाने पर डांस किया और भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 16 Feb 2019 05:21 PM (IST)Updated: Sat, 16 Feb 2019 05:30 PM (IST)
नफरत की इंतेहा: पाक में भारतीय गाने पर नाचने और झंडा फहराने पर स्‍कूल को दी गई सजा
नफरत की इंतेहा: पाक में भारतीय गाने पर नाचने और झंडा फहराने पर स्‍कूल को दी गई सजा

 कराची, प्रेट्र। किस्‍तान भारत से किस कदर नफरत करता है, इस घटना से उसका पता चलता है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने एक स्कूल के पंजीकरण को निलंबित कर दिया। आरोप है कि स्‍कूल के एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कुछ छात्रों ने एक भारतीय गाने पर डांस किया और भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराया, जिससे देश की गरिमा को ठेस पहुंची।

loksabha election banner

निरीक्षण निदेशालय और पंजीकरण निदेशालय, सिंध (DIRPIS) के सामने पेश होने के लिए बुधवार को स्कूल मालिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। अंतरराष्‍ट्रीय समाचार के अनुसार, पिछले हफ्ते की घटना प्रकाश में आने के बाद कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद उसे लोगों की आलोचना का सामना करना पड़ा।

रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के आरोप में 'मामा बेबी केयर कैंब्रिज स्कूल' का पंजीकरण निलंबित कर दिया गया है। डीआइआरपीआइएस (DIRPIS)ने स्कूल के समारोह की जांच करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है जिसमें कहा गया है कि स्‍कूल के छात्र एक भारतीय गीत पर डांस कर रहे थे और पृष्ठभूमि में भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहे थे।

डीआइआरपीआइएस (DIRPIS) के रजिस्‍ट्रार राफिया जावेद का कहना है कि शैक्षिक संस्थानों में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना पाकिस्तान की राष्ट्रीय गरिमा के विरुद्ध था, जिसे किसी भी हालात में में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। यह कार्रवाई तब की गई, जब निदेशालय को कार्यक्रम के बारे में पता चला कि स्कूल ने जानबूझकर इस तरह के समारोह की व्यवस्था की थी। स्कूल के मालिक को नोटिस के बाद तीन दिनों के भीतर मामले के बारे में अपने रुख का स्‍पष्‍ट करने के लिए कहा गया है, अन्यथा उसके स्कूल को पंजीकरण रद्द कर दिया जाएगा।

हालांकि, स्कूल के मालिक ने न तो निदेशालय को जवाब दिया और न ही अधिकारियों के सामने स्थिति स्पष्ट करने के लिए उपस्थित हुए, जिससे पंजीकरण को निलंबित कर दिया गया। जावेद ने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील मामला है, जो संभवतः लोगों के गुस्से का कारण बन सकता है।

पिछले हफ्ते स्‍कूल की उपप्रधानाचार्य फातिमा ने कहा था कि स्कूल प्रबंधन ने छात्रों को विभिन्न देशों की संस्कृतियों के बारे में जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। यह एक घटना थी, जिसमें छात्रों ने सऊदी अरब, अमेरिका, मिस्र, पाकिस्तान, भारत और अन्य देशों की संस्कृतियों के कार्यक्रम को प्रस्तुत किया। हालांकि, कुछ पत्रकारों ने इस मामले को घुमा दिया और स्कूल को टारगेट करने के लिए कार्यक्रम का केवल एक विशिष्ट हिस्से को चुना।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.