पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की जमानत याचिका पर सुनवाई टली
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की चिकित्सा आधार पर जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दिया है। इसकी अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की चिकित्सा आधार पर जमानत याचिका पर सुनवाई टाल दिया है। इसकी अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी। बता दें कि अल अजीजिया स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में 69 वर्षीय शरीफ दिसंबर 2018 से लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल की सजा काट रहे हैं।
इस मामले में 25 फरवरी को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने चिकित्सा आधार पर जमानत देने की मांग करने वाला आवेदन खारिज कर दिया था। इसके बाद शरीफ ने छह मार्च को सुप्रीम कोर्ट में यह अपील दायर की।
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) को एक नोटिस जारी किया। इस नोटिस के अनुसार कोर्ट ने NAB को अगली सुनवाई दौरान इस मामले में जवाब प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
शरीफ की तरफ से वकील ख्वाजा हैरिस ने मामले में दलीलें पेश की। इस दौरान मेडिकल रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने दावा किया कि शरीफ का इलाज चल रहा है।
चीफ जस्टिस ने कहा 'हम जानते हैं कि नवाज लंदन में इलाज कराते हैं। हम जानना चाहते हैं कि जेल में उनकी तबीयत खराब हुई या नहीं।' इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि लंदन से पाकिस्तान के डॉक्टरों को रिपोर्ट प्रदान नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अदालत इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तान के चिकित्सा विज्ञान संस्थान की चिकित्सा रिपोर्टों की जांच करेगी। इसके बाद ही कोई फैसला लेगी।
इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत ने गत 24 दिसंबर को शरीफ को सजा सुनाई थी। इसके बाद उन्हें लाहौर की कोट लखपत जेल भेज दिया गया था। हृदय संबंधी परेशानियों के बाद उन्होंने पिछले महीने जमानत की अपील की थी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर वर्ष 2017 में शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मुकदमे दर्ज किए गए थे। लंदन में आलीशान फ्लैट से जुड़े मामले में उन्हें पिछले साल जुलाई में ही दस साल की सजा सुना दी गई थी। सितंबर में उन्हें इस मामले में जमानत मिल गई थी।
उनकी बेटी मरियम नवाज के अनुसार, शरीफ को पिछले सप्ताह चार एंजाइना (angina) के दौरे पड़े थे। शरीफ परिवार का आरोप है कि प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार पूर्व प्रधानमंत्री को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं दे रही है।