पाक अधिकारियों ने सुरक्षा बलों पर चुनाव में धांधली के लगाए आरोप
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने अपनी वेबसाइट पर वाशुक जिले के मतदान केंद्र संख्या 45 के प्रभारी अधिकारी का एक पत्र अपलोड किया है।
कराची, प्रेट्र । पाकिस्तान में 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में धांधली का मामला सामना आया है। बलूचिस्तान प्रांत के दो पोलिंग बूथों के चुनाव प्रभारियों ने दावा किया है कि सुरक्षा बलों ने मुत्ताहिदा मजलिस अमल (एमएमए) के एक प्रत्याशी के पक्ष में फर्जी मतदान के लिए उन्हें अगवा कर लिया था। एमएमए धार्मिक पार्टी है। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पीएमएल-एन और बिलावल भुट्टो की पीपीपी समेत कई दल पहले ही चुनाव में धांधली के आरोप लगा रहे हैं।
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने अपनी वेबसाइट पर वाशुक जिले के मतदान केंद्र संख्या 45 के प्रभारी अधिकारी का एक पत्र अपलोड किया है। इस पत्र पर बलूचिस्तान विधानसभा के निर्वाचन क्षेत्र पीबी-41 के रिटर्निग अधिकारी की मुहर भी लगी है। इस पत्र में अधिकारी ने आरोप लगाया है कि सुरक्षा बलों ने उसे अगवा किया और एमएमए उम्मीदवार के पक्ष में फर्जी फार्म संख्या 45 दाखिल करने के लिए विवश किया था। इस फार्म पर उम्मीदवारों को मिले वोटों का हिसाब रहता है।
ईसीपी ने गुरुवार को क्वेटा में इस मामले की सुनवाई की। इस दौरान प्रांत के एक रिटर्निग अधिकारी ने ईसीपी को बताया कि मतदान वाले दिन दो बूथों के प्रभारी अधिकारियों का नकाबपोश लोगों ने कथित रूप से अपहरण कर लिया था। इसके चलते उनके मतदान केंद्रों पर पड़े मतों को निर्वाचन क्षेत्र पीबी-41 के अंतिम नतीजे में शामिल नहीं किया गया। चुनाव आयोग में यह मामला बलूचिस्तान अवामी पार्टी के उम्मीदवार मीर मुजीबुर रहमान मुहम्मद हसनी लेकर पहुंचे थे। उन्हें इस सीट से हार का सामना करना पड़ा है।