गुरुद्वारा ननकाना साहिब में उपद्रव पर हरकत में आई भारत सरकार, पाक ने दी सफाई
पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने अपने एक बयान में कहा कि दो मुस्लिम समूहों के बीच हाथापाई हुई थी। इस संघर्ष में गुरुद्वारा को किसी तरह की क्षति नहीं हुई है।
इस्लामाबाद, एजेंसी । पाकिस्तान ने शुक्रवार को लाहौर के निकट गुरुद्वारा ननकाना साहिब में कुछ समूहों के बीच टकराव की खबरों को खारिज कर दिया है। पाकिस्तान विदेश कार्यालय ने मध्यरात्रि को अपने एक बयान में कहा कि पंजाब प्रांत के प्रांतीय अधिकारियों ने सूचित किया है कि ननकाना साहिब शहर में शुक्रवार को दो मुस्लिम समूहों के बीच हाथापाई हुई थी। इस संघर्ष में गुरुद्वारा को किसी तरह की क्षति नहीं हुई है। मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान सरकार कानून और व्यवस्था को बनाए रखने और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तान सरकार का यह बयान तब आया है, जब भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि भारत पवित्र स्थान को नष्ट करने और उजाड़ने के इन सख्त कामों की कड़ी निंदा करता है। हम पाकिस्तान सरकार से सिख समुदाय के सदस्यों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान करते हैं। इसके बाद पाकिस्तान सरकार हरकत में आई। इसके बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय का यह बयान सामने आया है।
बता दें कि शुक्रवार की शाम को ऐसी ख़बरें आईं कि पाकिस्तान में गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर पथराव किया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार ग़ुस्साई भीड़ ने गुरुद्वारा ननकाना साहिब को घेर लिया था। समाचार एजेंसियों के अनुसार इस भीड़ की अगुआई एक लड़के का परिवार कर रहा था जिसने कथित तौर पर गुरुद्वारे के एक कर्मचारी की बेटी को अग़वा कर लिया था। इस पर भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर एक बयान जारी कर लिखा है कि हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वो तुरंत ही सिख समुदाय की सुरक्षा के लिए क़दम उठाए। भारत गुरुद्वारा ननकाना साहिब पर हुए हमले की निंदा करता है।
इसमें कहा गया है कि उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्होंने पवित्र गुरुद्वारे में उत्पीड़न किया और अल्पसंख्यक सिख समुदाय के सदस्यों पर हमला किया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि निंदनीय कार्रवाई एक सिख लड़की के जबरन अपहरण और धर्मांतरण के बाद हुई, जिसे पिछले साल अगस्त में ननकाना साहिब शहर में उसके घर से अपहरण कर लिया गया था। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) ने भी ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ के हमले की रिपोर्ट पर चिंता व्यक्त की।
बता दें कि गुरुद्वारा ननकाना साहिब जिसे गुरुद्वारा जन्मस्थान के नाम से भी जाना जाता है। इस स्थान में सिखों के पहले गुरु गुरु नानक का जन्म हुआ था। इसे सबसे पवित्र सिख स्थलों में से एक माना जाता है। पाकिस्तान सरकार ने बताया कि