Fake Encounter: पाक सरकार ने माना मुठभेड़ में मारे गए बेगुनाह, 16 पुलिसकर्मी गिरफ्तार
पाकिस्तान सरकार ने माना है कि पंजाब प्रांत में पुलिस ने मुठभेड़ में आइएसआइएस आतंकी के नाम पर जिन चार लोगों को मार गिराया था वो बेकसूर थे।
लाहौर, प्रेट्र। पाकिस्तान सरकार ने माना है कि पंजाब प्रांत में पुलिस ने मुठभेड़ में आइएसआइएस आतंकी के नाम पर जिन चार लोगों को मार गिराया था वो बेकसूर थे। मारे गए लोगों में एक दंपत्ति और उनकी नाबालिग बेटी भी शामिल है। इस मुठभेड़ में शामिल 16 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पंजाब प्रांत के कानून मंत्री बशरत राजा ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में शामिल आतंकी रोधी विभाग (सीटीडी) और एक खुफिया एजेंसी के 16 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कर ली गई है। राजा ने कहा कि मुठभेड़ टीम की अगुआई करने वाले अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
यह कथित मुठभेड़ लाहौर से 200 किलोमीटर दूर साहीवाल हाईवे पर शनिवार को हुई थी। एक शादी समारोह में शामिल होने कार से बूरेवाला जा रहे लोगों पर पुलिस ने हमला कर दिया था, जिसमें मुहम्मद खलील, उनकी पत्नी नबीला और 13 वर्षीय बेटी के साथ कार चला रहे उनके दोस्त जीशान जावेद की मौत हो गई। कार में बैठे दंपती के नाबालिग बेटे को भी एक गोली लगी है, उनकी दो बेटियां हालांकि सुरक्षित हैं।
हालांकि, सीटीडी ने एक बयान में कहा है कि जीशान जावेद वांटेड आतंकियों की सूची में था। पुलिस का यह भी दावा है कि अफगानिस्तान से आए एक फोन काल को भी पकड़ा गया है, जिसमें आइएस कमांडर जीशान की मौत के बाद अपने संगठन के सदस्यों को छिपने का निर्देश दे रहा है। पुलिस ने यह भी बताया कि जीशान ने ही पहली गोली चलाई। जवाबी कार्रवाई में जीशान समेत चार लोग मारे गए।
सीटीडी ने रविवार को खलील और उनके परिवार को बेकसूर करार दिया। विभाग ने कहा कि खलील और उनके परिवार के सदस्यों को यह नहीं पता था कि जीशान आइएसआइएस का आतंकी है और अपने संगठन के दूसरे सदस्यों को हथियार और गोला बारूद सप्लाई करता है। वह खलील और उनके परिवार को लिफ्ट देने की आड़ में बूरेवाला हथियार और गोलाबारूद पहुंचाने जा रहा था।
सीटीडी ने जीशान को आइएसआइ के तीन अधिकारियों, एक पुलिस अधिाकारी की हत्या और एक अमेरिकी नागरिक और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे के अपहरण में भी शामिल बताया।
इस घटना के बाद पाकिस्तान में बवाल भड़क गया था। प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी घटना पर गहरा दुख जताया था। सीटीडी के काम की तारीफ करते हुए उन्होंने यह भी कहा था कि घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।