पाकिस्तान में दसवीं पास भी नहीं, वो उड़ाते हैं इंटरनेशनल फ्लाइट
पाकिस्तान विमानन प्राधिकरण ने सुप्रीम कोर्ट को सात पायलटों के फर्जी होने के अकादमिक प्रमाण मिलने के बारे में बताया है।
लाहौर, प्रेट्र। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) के पांच पायलट दसवीं भी पास नहीं है। नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) ने पाक सुप्रीम कोर्ट में यह सच्चाई उजागर की है। प्राधिकरण ने जांच में सात पायलटों के शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी पाए थे। दरअसल, शुक्रवार को मुख्य न्यायाधीश जस्टिस साकिब निसार की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ पीआइए के पायलट और अन्य कर्मचारियों की शैक्षणिक दस्तावेजों की सत्यता से जुड़े मामले की सुनवाई कर रही थी।
डॉन अखबार के मुताबिक, शीर्ष कोर्ट की पीठ में शामिल जस्टिस इजाजुल एहसान ने इस जानकारी पर हैरानी जताते हुए कहा, दसवीं पास किए बगैर तो कोई बस भी नहीं चला सकता, ये लोग तो यात्रियों की जान जोखिम में डालते हुए विमान उड़ा रहा हैं। सीएए ने पीठ को बताया कि शैक्षणिक दस्तावेज जमा नहीं कराने के चलते पीआइए के 50 कर्मचारियों को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है।
सीएए ने कहा कि कर्मचारियों के दस्तावेजों की सत्यता जांचने में शैक्षिक बोर्ड और विश्वविद्यालय हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं। हम पीआइए के 4321 कर्मचारियों की शैक्षिक योग्यता को जांच चुके हैं, जबकि 402 की जांच अभी बाकी है।
बता दें कि सालों से घाटे में चल रही पीआइए की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए पाक सरकार ने गत महीने सरकारी एयरलाइंस को 1700 करोड़ रुपये का बेलआउट पैकेज दिया था। वित्त मंत्रालय के अनुसार पीआईए का संचित घाटा जून के अंत तक बढ़कर 36,000 करोड़ रुपये हो गया है। यह पीआइए के लगातार बिगड़ते प्रदर्शन के बारे में बताता है। पीआइए वर्षों से घाटे में चल रही है लेकिन सरकारें लगातार इसकी वित्तीय स्थिति को सुधारने में विफल रही हैं।