नवाज शरीफ का इमरान, आइएसआइ और सेना पर निशाना, लंदन में बढ़ाई गई उनकी सुरक्षा
पाकिस्तान में राजनीतिक घमासान तेज होता जा रहा है। विपक्षी गठबंधन की पहली शक्ति प्रदर्शन रैली में पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने इमरान सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा सरकार सेना और आइएसआइ के हाथों की कठपुतली है।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की लंदन में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नवाज ने शुक्रवार को लंदन से वीडियो लिंक के जरिए विपक्षी दलों के गठबंधन की रैली को संबोधित किया था। उन्होंने रैली में इमरान सरकार के साथ ही आइएसआइ और सेना पर भी जमकर निशाना साधा था। सुरक्षा में कई प्राइवेट गार्ड के साथ ही डॉग यूनिट को भी लगाया गया है।
उधर पाकिस्तान में राजनीतिक घमासान तेज होता जा रहा है। विपक्षी गठबंधन की पहली शक्ति प्रदर्शन रैली में पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल-एन प्रमुख नवाज शरीफ ने इमरान सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, सरकार सेना और आइएसआइ के हाथों की कठपुतली है। नवाज सरकार के खिलाफ 11 दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की पहली शक्ति परीक्षण रैली को संबोधित कर रहे थे। यह रैली शुक्रवार की रात लाहौर से 80 किमी. दूर गुजरांवाला में हुई। नवाज लंदन से वीडियो लिंक के माध्यम से बोल रहे थे।
ज्ञात हो कि 20 सितम्बर को 11 विपक्षी दलों ने पीडीएम नाम से गठबंधन बनाकर इमरान सरकार के खिलाफ विरोध की व्यापक रणनीति तैयार की है। जिसके तहत अगले साल जनवरी में इमरान सरकार के खिलाफ इस्लामाबाद में एक विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियों के लिए देश भर में रैली और प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
नवाज ने कहा कि सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने ही 2018 में मेरे खिलाफ षड़ंयत्र रचते हुए नाकाबिल इमरान को सत्ता सौंप दी। मेरी सरकार गिराने में बाजवा के साथ आइएसआइ के प्रमुख फैज हमीद का हाथ था। इन दोनों ने ही इमरान सरकार को गिरफ्त में ले रखा है। आप मुझे गद्दार कहें, मेरी सपंत्ति जब्त कर लें, झूठे केस लगा लें, लेकिन मैं जनता के लिए लड़ता रहूंगा।
पाकिस्तान में नवाज शरीफ पर पाक में भ्रष्टाचार के कई मामले चल रहे हैं। नवंबर माह में इस्लामाबाद हाइकोर्ट ने उनके खराब स्वास्थ्य के कारण इलाज के लिए लंदन जाने की अनुमति थी। शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन पीडीएम का पहला शक्ति परीक्षण था। इस रैली में पीडीएम के अध्यक्ष फजलुर्रहमान ने घोषणा की, दिसंबर में इमरान सरकार का बोरिया-बिस्तर बंध जाएगा।
विरोधी दलों ने राजनीति में सेना के हस्तक्षेप की खुले रूप में आलोचना की। साथ ही यह भी कहा कि वे सरकार को हटाने के लिए हर लोकतांत्रिक तरीका अपनाएंगे, अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे और सामूहिक इस्तीफे देंगे। रैली में पीपीपी के प्रमुख बिलावल भुट्टो जरदारी और नवाज की बेटी मरयम नवाज भी मौजूद थीं।