पाकिस्तान में विपक्ष की महारैली रोकने के लिए सरकार ने उठाए ये कदम, विपक्ष ने वार्ता का प्रस्ताव ठुकराया
पाकिस्तान में आज होने वाली विपक्ष की महारैली को रोकने के लिए इमरान सरकार सारे कदम उठा रही है। सरकार का तर्क है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर इस रैली के आयोजन नहीं हो सकता है। कोरोना महामारी की आड़ में सरकार नई गाइडलाइन जारी की है।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान में आज होने वाली विपक्ष की महारैली को रोकने के लिए इमरान सरकार सारे कदम उठा रही है। सरकार का तर्क है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर इस रैली के आयोजन नहीं हो सकता है। कोरोना महामारी की आड़ में सरकार नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अगले दो माह के लिए पांच से अधिक लोगों के जुटने, धरना, प्रदर्शन और साउंड सिस्टम पर रोक लगा दी है। रैली स्थल पर पानी भरवा दिया गया है। मीनार-ए-पाकिस्तान लॉन में भी पानी भरवा दिया गया है, जहां पर रविवार को रैली की जानी है। इस बीच सरकार ने विपक्षी दलों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया है, लेकिन विपक्ष ने इसे ठुकरा दिया है।
पीडीएम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के खिलाफ जांच शुरू
पाकिस्तान में रविवार को विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की सरकार विरोधी प्रस्तावित रैली से कुछ ही घंटे पहले राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने पीडीएम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के खिलाफ अवैध तरीके से कीमती जमीन खरीदने की जांच शुरू कर दी है। जियो न्यूज के मुताबिक, आरोप है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सामान्य परिवहन सेवा विभाग को बंद करने के बाद 64 कनाल जमीन जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फज्ल (जेयूआइ-एफ) के प्रमुख रहमान को दे दी। एनएबी सूत्रों ने बताया है कि 1.40 करोड़ रुपये कीमत की जमीन अवैध तरीके से महज 40 लाख रुपये में दी गई। लेकिन जांच के समय को लेकर जेयूआइ-एफ ने सवाल उठाए हैं।