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पाकिस्तान में कोरोना से सात हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, रमजान में भी खुली रहेंगी मस्जिदें

पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर सात हजार के पार पहुंच गए हैं। बावजूद इसके रमजान में नमाज सहित अन्य प्रार्थनाएं मस्जिदों में ही आयोजित करने की घोषणा की गई है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 19 Apr 2020 09:57 AM (IST)Updated: Sun, 19 Apr 2020 10:24 AM (IST)
पाकिस्तान में कोरोना से सात हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, रमजान में भी खुली रहेंगी मस्जिदें
पाकिस्तान में कोरोना से सात हजार से ज्यादा लोग संक्रमित, रमजान में भी खुली रहेंगी मस्जिदें

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर सात हजार के पार पहुंच गए हैं और अबतक 143 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में बढ़ते मामलों के बावजूद इस्लामी मौलवियों ने अभी भी महामारी को गंभीरता से नहीं लिया है और धार्मिक सभाओं को रोकने से इनकार कर रहे हैं।इन सब के बीच राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने घोषणा की है कि रमजान के पवित्र महीने में पाकिस्तान की सभी मस्जिदें खुली रहेंगी। अगले हफ्ते से शुरू हो रहे रमजान के दौरान शुक्रवार की नमाज सहित अन्य प्रार्थनाएं मस्जिदों में ही आयोजित की जाएंगी।

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पाकिस्तान के राजनीतिक नेताओं एक बार फिर से मौलवियों के सामने घुटने टेकते हुए न जर आ रहे हैं। पाकिस्तान में कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रपति ने पवित्र महीने में मस्जिद में सभाओं के आयोजन के मुद्दे पर मौलवियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चर्चा के तुरंत बाद इसकी घोषणा की। इसके एक दिन पहले ही राष्ट्रपति ने जमात-ए-इस्लामी प्रमुख, सीनेटर सिराजुल हक और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल नेता मौलाना फजलुर रहमान सहित धार्मिक और राजनीतिक नेताओं के साथ इस विषय पर वार्ता की थी।

बता दें कि कट्टरपंथी मौलवियों ने महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सरकार के निर्देशों की अवहेलना करते हुए मस्जिदों में सामूहिक प्रार्थनाओं को फिर से शुरू करने की घोषणा की थी। सरकार वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए पांच से अधिक लोगों की प्रार्थना सभाओं पर पहले ही प्रतिबंध लगा चुकी है।

अल्वी ने मस्जिदों में तरावीह (शाम) और शुक्रवार की नमाज के लिए सशर्त अनुमति देने की घोषणा करते हुए कहा कि मौलवियों के साथ 20 दिशानिर्देशों पर सहमती बनी है। जिसमें उपासकों के बीच छह फीट की दूरी रखने, कालीनों को हटाने, मस्जिद के फर्श डिसइंफेक्शन करने और अधिकारियों के साथ सहयोग करना शामिल है। अल्वी ने कहा कि रमजान माफी और मोक्ष का महीना है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि सभी प्रतिबंधात्मक उपायों से पवित्र महीने के दौरान कोविड-19 के प्रसार पर अंकुश लगाया जाएगा।

महामारी के बीच सरकार धार्मिक नेताओं से मस्जिदों में प्रार्थना सभा आयोजित नहीं करने की अपील कर रही है। बावजूद इसके लोग खुले तौर पर सरकारी आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। देश में राजधानी सहित आसपास के इलाके के लोग वरिष्ठ मौलवियों के साथ शुक्रवार की प्रार्थना के लिए इकट्ठा हुए।

गौरतलब है कि सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित दुनिया के अन्य देशों ने भी मस्जिदों में धार्मिक सभाओं को बंद कर दिया है और घर में ही तरावीह (शाम) की नमाज अदा करने का ऐलान किया है, ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सकें।


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