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पाकिस्तान में जियो न्यूज का लापता पत्रकार घर लौटा, इमरान के पास थी सफदर की गिरफ्तारी फुटेज

इमरान सैयद जियो न्यूज में वरिष्ठ संवाददाता के पद पर कार्य करते हैं। उनके पास पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान की गिरफ्तारी की फुटेज थी। सैयद शुक्रवार शाम को अपने घर के पास की एक बेकरी पर गए थे। उसके बाद वे घर नहीं लौटे।

By Manish PandeyEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 08:14 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 08:14 AM (IST)
पाकिस्तान में जियो न्यूज का लापता पत्रकार घर लौटा, इमरान के पास थी सफदर की गिरफ्तारी फुटेज
पाक में जियो न्यूज के लापता पत्रकार 22 घंटे बाद घर लौटे

इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में जियो न्यूज के लापता पत्रकार 22 घंटे बाद शनिवार शाम कराची में अपने घर वापस लौट आया है। इमरान सैयद जियो न्यूज में वरिष्ठ संवाददाता के पद पर कार्य करते हैं। उनके पास पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के दामाद सफदर अवान की गिरफ्तारी की फुटेज थी।

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जियो न्यूज के अनुसार, मां के घर पहुंचने के बाद सैयद ने अपनी पत्नी के साथ फोन पर संपर्क किया। उन्होंने उनको बताया कि वे सुरक्षित लौट आए हैं और उन्हें शारीरिक तौर पर किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। सैयद शुक्रवार शाम को अपने घर के पास की एक बेकरी पर गए थे। उसके बाद वे घर नहीं लौटे। वे 30 मिनट में लौटने की बात कहकर घर से निकले थे।

पुलिस ने कहा है कि घटनास्थल का सीसीटीवी जब्त कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रहा है। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने सिंध पुलिस के महानिरीक्षक मुश्ताक महार को पत्रकार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मुराद अली शाह ने जियो न्यूज के हवाले से कहा कि पत्रकारों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई असहनीय है। मुझे हर घंटे सैयद मामले पर एक प्रगति रिपोर्ट चाहिए।

वहीं, इमरान खान ने भी आंतरिक मंत्रालय को सिंध सरकार के संपर्क में रहने और मामले में प्रगति की निगरानी करने का निर्देश दिया है। वरिष्ठ पत्रकार नसीम ज़हरा ने कहा कि सैयद ने पीएमएल-एन नेता कैप्टन सफदर की कराची के होटल से गिरफ्तारी का सीसीटीवी वीडियो हासिल किया था। उन्होंने पूछा कि क्या आप इमरान सैयद को उसके अपहरण के बिना पूछताछ नहीं कर सकते?

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने पत्रकार की गुमशुदगी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। पीपीपी के चेयरमैन ने एक बयान में कहा कि आवाज दबाने की प्रक्रिया अब बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पत्रकारों से जुड़ी ऐसी घटनाएं विश्व स्तर पर पाकिस्तान की नकारात्मक छवि बनाती हैं।


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