गुलाम कश्मीर में हजारों लोग सड़कों पर उतरे, पाकिस्तान सरकार के खिलाफ जबरदस्त प्रदर्शन
गिलगिट-बाल्टिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान के पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के पक्ष में आने वाले परिणामों के साथ अवैध रूप से कब्जे वाले क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन जारी हैं जिसमें विधान सभा चुनावों में वोटिंग में धांधली का आरोप लगाया गया है।
मुजफ्फराबाद, एएनआइ। गुलाम कश्मीर में पाकिस्तान की इमरान सरकार का जबर्दस्त विरोध शुरू हो गया है। हजारों लोग सड़कों पर आ गए हैं और जगह-जगह रैलियां-प्रदर्शन हो रहे हैं। यहां पाक सरकार ने जबरन चुनाव कराया और फिर व्यापक पैमाने गड़बडि़यां कीं। अब सभी विरोधी दल भी जनता के साथ हो गए हैं। जनता में आक्रोश इतना है कि सरकारों के रैली-प्रदर्शनों पर रोक के आदेश भी बेअसर साबित हो रहे हैं।
गिलगिट-बाल्टिस्तान (गुलाम कश्मीर) में रविवार को विधान सभा की 24 सीटों पर चुनाव हुए थे। जिसमें इमरान सरकार ने जमकर धांधली की, बैलट बॉक्स की चोरी कर ली गई और मतदान केन्द्रों पर कब्जे किए गए। इन सबके विरोध में ही विपक्षी दलों के साथ हजारों लोगों का प्रदर्शन हो रहा है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि इमरान सरकार ने जनादेश की चोरी की है। मुस्लिम लीग-नवाज (पीएसएम-एन) की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने भी एक रैली में हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने चुनाव के जरिये अवैध कब्जा किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ता अमजद अयूब मिर्जा ने चुनाव को बड़ा घोटाला करार दिया है।
गुलाम कश्मीर के स्कार्दू और गिलगिट क्षेत्र में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं। सैकड़ों टायरों में आग लगाकर रास्ते पूरी तरह जाम कर दिए गए हैं। ज्ञात हो कि भारत ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में चुनाव कराए जाने पर आपत्ति जताई है। यह क्षेत्र भारत का हिस्सा है और इस पर जबरन कब्जा किया हुआ है। यहां चुनाव की कोई वैधानिकता नहीं है।
सूत्रों के अनुसार सोमवार को चुनावों में वोटों में धांधली के खिलाफ हजारों लोग स्कर्दू और गिलगित इलाकों में सड़कों पर उतरे थे। इस क्षेत्र में कई टायरों में आग लगने और कई घंटों तक अवरुद्ध सड़कों की घटनाओं की सूचना मिली थी। बिलावल भुट्टो ने तीन निर्वाचन क्षेत्रों में धांधली का आरोप लगाया था। गिलगित में एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गिलगित 1, गेज़र 3 और स्कार्दू के एक निर्वाचन क्षेत्र में पीपीपी के जनादेश को छीनने के लिए धांधली की गई।