आतंक पर फिर बेनकाब पाकिस्तान, मसूद अजहर नहीं है गिरफ्तार, जैश मुख्यालय में दिखा
आतंक पर पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हुआ है। सरकारी सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने मसूद अजहर को गिरफ्तार नहीं किया था। भारत ने इसे दिखावा बताया था जो सच साबित हुआ।
इस्लामाबाद, एजेंसी। पूरी दुनिया से आतंकवाद को शह देने को लेकर अलग थलग पड़ चुका पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इसका सबसे बड़ा उदाहरण उसकी आतंक के आकाओं के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई है। आतंक पर पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, मसूद अजहर बहावलपुर में जैश-ए-मुहम्मद के कार्यालय में रह रहा है, जो उसकी अंतिम लोकेशन थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मसूद एकदम स्वस्थ है, लेकिन वो कार्यालय से बाहर आने से बचता है।
भारत ने गिरफ्तारी को बताया था दिखावा
बता दें कि पाकिस्तान ने कुछ समय पहले ही मसूद को गिरफ्तार करने का दावा किया था। भारत ने उसकी गिरफ्तारी को दिखावा बताया था। अब इस खबर से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान का यह कदम सच में दिखावा मात्र ही था।
आतंकी हमलों की साजिश रच रहा पाकिस्तान
रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान जम्मू कश्मीर और राजस्थान में आतंकी हमलों की योजना बना रहा है और उसने योजना के तहत अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी है। खुफिया सूचनाओं के बाद जम्मू कश्मीर और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को इसे लेकर सतर्क कर दिया गया है।
समुद्री मार्ग से भी घुस सकते हैं आतंकी
हाल ही में, भारतीय नौसेना ने चेतावनी दी थी कि आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का एक अंडरवाटर विंग आतंकवादियों को समुद्री मार्ग से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कराने और आतंकवादी हमले को अंजाम देने के फिराक में है। गौरतलब है कि मसूद जैश का मुखिया है।
बौखलाया पाकिस्तान ले रहा आतंक का सहारा
बता दें कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान लगातार इस मुद्दे को वैश्विक पटल पर उठाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वे उसमें सफल नहीं हो सका है। ऐसे में बौखलाया पाकिस्तान भारत में आतंकी हमला कराने की साजिश रच रहा है।
कौन है मसूद अजहर
मसूद अजहर पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद का मुखिया है। उसने भारत में संसद, पठानकोट और पुलवामा जैसे कई हमलों को अंजाम दिया है। मसूद को मई में संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया था। पाकिस्तान और चीन ने उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित होने से बचाने के लिए बहुत कोशिश की। इस वजह से भारत उसे लगभग एक दशक तक आतंकी घोषित नहीं करा सका, लेकिन फिर इस साल मई में उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया गया। उसे एक हफ्ते पहले ही भारत ने यूएपीए एक्ट के तहत आतंकी घोषित किया था।
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