जानिए आखिर पाकिस्तान में क्यूं है इन दिनों आजादी मार्च के साथ कंटेनर की भी चर्चा
पाकिस्तान में इन दिनों नेताओं की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले कंटेनरों की खासी चर्चा है। ये कंटेनर हर सुविधा से लैस हैं।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। आमतौर पर लोहे के भारी भरकर कंटेनरों को सामान को यहां से वहां पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है मगर इन दिनों पाकिस्तान में इन कंटेनरों को लेकर खासी चर्चा है। दरअसल यहां के बड़े नेताओं ने इन्हीं कंटेनरों को अपना अस्थायी अशियाना बना रखा है। वो किसी भी सभा या प्रदर्शन के दौरान इन्हीं में रहते हैं, इसी में रहते हुए जनता को संबोधित करते हैं। इसी में बैठकर अपनी मीटिगें करते हैं और रणनीति बनाते हैं। चाहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान हो या जमीअत उलेमा-ए-इस्लाम के नेता मौलाना फ़जलुर्रहमान। इन सभी ने अपना अस्थायी आफिस और समर्थकों के साथ मीटिंग करने के लिए इन्हीं कंटेनरों को ठिकाना बनाया हुआ है।
आजादी मार्च में शामिल कंटेनर
इन दिनों पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ एक आजादी मार्च निकाला जा रहा है। यह मार्च सिंध प्रांत की राजधानी कराची से शुरू हुआ है और सड़क के रास्ते पंजाब से होते हुए राजधानी इस्लामाबाद पहुंचेगा। जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ़) के प्रमुख मौलाना फ़जलुर्रहमान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सरकार के खिलाफ अपना आजादी मार्च शुरू किया है। इस मार्च का पीपीपी और मुस्लिम लीग (नवाज) ने भी समर्थन किया है। इसके बाद भी अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि इसमें इन दोनों दलों के कार्यकर्ता शामिल होंगे या नहीं। दरअसल इससे पहले तक सरकार ने इस तरह के मार्च को गंभीरता से नहीं लिया था, ये माना जा रहा था कि इस मार्च में मदरसे के चंद छात्र शामिल होंगे क्योंकि मौलाना फ़जलुर्रहमान पाकिस्तान में मदरसों की लंबी चैन चलाते हैं। मगर अब जैसे-जैसे इस मार्च की तारीख करीब आती गई, सरकार की परेशानी बढ़ती चली गई।
इस्लामाबाद तक पहुंच गए कंटेनर
पाकिस्तान में कई बार धरना प्रदर्शनों को रोकने और रास्ता रोकने के लिए इन्हीं कंटेनरों का इस्तेमाल किया जाता है। तो वहीं दूसरी ओर इन कंटेनरों का इस्तेमाल अब धरना देने वालों के लिए रहन-सहन का बेहतरीन इंतजाम हो जाता है। इमरान खान के धरने से लेकर अल्लामा ताहिरुल कादरी और नवाज शरीफ के बेटे ने भी कंटेनर का प्रयोग किया। लेकिन मौलाना फजलुर्रहमान ने इन सबसे अलग हटकर काम किया है। उन्होंने अपने लिए एक ऐसा 'कारवां होम' मंगवाया है जिसमें एक घर के जैसी सारी सुविधाएं मौजूद हैं।
मौलाना फजलुर्रहमान का कारवां होम
जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर्रहमान आजादी मार्च कारवां होम में कर रहे हैं। उनका यह कारवां होम अंदर से लाजवाब है। इसमें बेडरूम, बाथरूम, ड्राइंग रूम, किचन और लिविंग रूम जैसी सुविधाएं मौजूद है, इसमें सोफे लगे हुए हैं और इसे गाड़ी के पीछे लगाकर खींचा जाता है। बताया जाता है कि इसे उन्होंने ब्लूचिस्तान के प्रांतीय लीडर मौलाना अब्दुल वासी से जापान से मंगवाया है। इस कंटेनर के अंदर झांके तो महसूस होगा कि आप किसी जहाज की बिजनेस क्लास में बैठे हुए हैं।
इमरान ने कहा था कि लोगों की सुनामी नहीं रोक पाएंगे कंटेनर
इससे पहले तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और वर्तमान में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के कंटेनर को कोई कैसे भूल सकता है। साल 2014 में जब उनका धरना शुरू हुआ था उसके बाद उनका कंटेनर कई महीने इस्लामाबाद में खड़ा रहा था। धरने के दौरान कई बार इमरान खान ने उस समय के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को संबोधित करते हुए कहा था कि यह कंटेनर जो आपने सड़क के चारों तरफ लगाए हुए हैं ये लोगों की सुनामी को नहीं रोक सकेंगे।
इमरान का कंटेनर
इमरान खान ने साल 2014 में जो कंटेनर इस्तेमाल किया था वो बहुत अधिक सुख सुविधाओं वाला नहीं था। उनके कंटेनर में सिर्फ कुछ सोफे, मेज, कुर्सियां, बिस्तर और टी.वी. हुआ करता था। मौसम कैसा भी हो इमरान इसी कंटेनर की मदद से धरने में आए लोगों को संबोधित किया करते थे और फिर रात में इसी कंटेनर में रुक जाया करते थे। इसके अलावा इसे खास राजीतिक मुलाकातों के लिए भी प्रयोग किया जाता था।
इन-इन नेताओं ने इस्तेमाल किए कंटेनर
पाकिस्तान में कई प्रमुख नेता ऐसे रहे हैं जिन्होंने अपनी सभाओं, रैलियों और प्रदर्शनों के लिए इन कंटेनरों का इस्तेमाल किया है। इनमें इमरान खान, ताहिरुल कादरी और मौलाना फजलुर्रहमान खुद शामिल हो रहे हैं।
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