पाकिस्तान: सैयदा ताहिरा सफ्दार ने रचा इतिहास, होंगी पहली महिला चीफ जस्टिस
पाकिस्तान के बलूचिस्तान सूबे के हाई कोर्ट में जस्टिस सैयदा ताहिरा सफ्दार को चीफ जस्टिस बनाया गया है।
इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्तान की सैयदा ताहिरा सफ्दार ने इतिहास रच दिया है। उन्हें बलूचिस्तान सूबे के हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस बनाया गया है। पाकिस्तान में महिलाओं के लिए इसे एक बड़ी उपलब्धि बताई जा रही है। वह पाकिस्तान की किसी भी अदालत की पहली महिला चीफ जस्टिस होंगी। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार सैयदा ताहिरा सफ्दार को पाकिस्तान के चीफ जस्टिस मियां साकिब ने नामांकित किया है। रुढ़िवादी मुस्लिम देश के तौर पर पहचान रखने वाले पाकिस्तान के न्यायिक इतिहास में यह नियुक्ति काफी अहम और ऐतिहासिक है।
सैयदा ताहिरा सफ्दार बलूचिस्तान सूबे के हाई कोर्ट में मोहम्मद नूर मेसकांजाई की जगह लेंगी। चीफ जस्टिस मुहम्मद नूर मेशकनजई 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक एक बुक लॉन्च के कार्यक्रम में पाकिस्तान के चीफ जस्टिस साकिब निसार ने कहा, 'मैडम ताहिरा सफ्दार बलूचिस्तान के हाई कोर्ट की अगली चीफ जस्टिस होंगी।'
5 अक्टूबर तक बनी रहेंगी चीफ जस्टिस
सैयदा ताहिरा सफ्दार अगले साल 5 अक्टूबर तक बलूचिस्तान सूबे के हाई कोर्ट में चीफ जस्टिस बनी रहेंगी। वह तीन जजों की स्पेशल कोर्ट की मुखिया होंगी। बता दें कि सैयदा ताहिरा सफ्दार उस स्पेशल कोर्ट में भी शामिल है, जहां पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह की सुनवाई चल रही है। वह किसी भी हाई कोर्ट की पहली महिला जज भी होंगी।
प्रसिद्ध वकील हनाफी की बेटी हैं ताहिरा
जस्टिस ताहिरा देश के प्रसिद्ध वकील सैयद इम्तिआज हुसैन बाकरी हनाफी की बेटी हैं। उनका जन्म क्वेटा में 5 अक्टूबर 1957 को हुआ था। क्वेटा से ही उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की है। 1980 में उन्होंने यूनवर्सिटी लॉ कॉलेज क्वेटा से वकालत की पढ़ाई पूरी की।
बता दें कि यह पहली बार नहीं होगा जब सैयदा ताहिरा सफ्दार ने महिलाओं के लिए नई मिसाल पेश की है। सैयदा ताहिरा सफ्दार की अब तक की सारी पोस्टिंग ऐतिहासिक रही हैं। इससे पहले वह बलूचिस्तान सूबे में नियुक्त होने वाली पहली महिला सिविल जज थीं। साथ ही वह किसी भी हाई कोर्ट में जज बनने वाली भी पहली महिला थीं।