भारत ने संयुक्त राष्ट्र से कहा, आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई बढ़ाई जाए
भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को आतंक के दोषियों खास तौर पर सीमा पार से आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई को बढ़ाते रहना चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र, पीटीआइ। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान पर परोक्ष रूप से करारा हमला बोला है। भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को आतंक के दोषियों, खास तौर पर सीमा पार से आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई को बढ़ाते रहना चाहिए। यही नहीं आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले किसी भी देश को खुद को आतंकवाद का शिकार बताने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र (United Nations) संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवाद का शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए तीसरा अंतरराष्ट्रीय दिवस आयोजित किया था।
यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति (TS Tirumurti) ने ट्वीट कर कहा कि आज के दिन हम आतंकवाद की भेंट चढ़े लोगों को याद करते हैं। हम यह भी याद करते हैं कि आतंकवाद के दोषियों को सीमा पार के देश का संरक्षण मिला है। इसके साथ ही भारतीय मिशन ने एक तीन मिनट का एक वीडियो भी डाला है। इस वीडियो में पाकिस्तान के आतंकी संगठनों द्वारा किए गए हमलों का जिक्र है। इसमें 1993 के मुंबई बम धमाके, 2001 में संसद पर हमले, 2002 अक्षरधाम मंदिर पर हमले, साल 2008 में मुंबई हमला, 2016 में उड़ी हमला और 2019 में पुलवामा हमला शामिल हैं।
इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र उन परिवारों के साथ है जिन्होंने अपने प्रियजन खोए हैं। संयुक्त राष्ट्र उन लोगों के साथ है जो आतंकी हमलों में घायल हुए और जिनकी जिंदगी आतंकी घटनाओं के बाद पूरी तरह से बदल गई। वीडियो 26/11 के मुंबई हमलों के फुटेज के साथ शुरू होता है। इसमें पाकिस्तान के उन आतंकियों की आवाजें हैं जो लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को मुंबई में हमलों के निर्देश दे रहे हैं। इसमें आतंकवाद पीड़ितों से बातचीत भी की गई है। उनसे पूछा गया कि आतंकवाद ने उनके जीवन कैसे प्रभावित किया।