पहली बार इमरान खान ने की नवाज शरीफ की तारीफ, चुनावों के बाद गठबंधन के संकेत दिए
इमरान खान ने कहा कि शरीफ ने रिश्ते सुधारने के लिए सब कुछ किया।
इस्लामाबाद, एजेंसी। 25 जुलाई को पाकिस्तान में होने वाले आम चुनावों के पहले पूर्व क्रिकेटर और पीटीआइ के अध्यक्ष इमरान खान ने पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री नवाज की तारीफ की है और चुनाव के बाद गठबंधन के संकेत दिए हैं। भारत- पाकिस्तान के संबंधों को लेकर इमरान खान ने खराब रिश्तों का ठीकरा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिर फोड़ा है।
'शरीफ ने रिश्ते सुधारने के लिए सब कुछ किया'
इमरान ने पहली बार नवाज शरीफ का बचाव करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री का काम है कि वह देश और जनता को समझे। शरीफ इसमें आगे रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान-भारत के खराब रिश्तों को सुधारने की कोशिश की। 'मैं उन्हें इसका पूरा श्रेय देना चाहता हूं पर मोदी सरकार का आक्रामक नीतियों की वजह से दोनों देशों के रिश्ते कड़वे होते चले गए।' इमरान खान ने कहा कि शरीफ ने रिश्ते सुधारने के लिए सब कुछ किया। यह तक कि मोदी को अपने घर पर भी बुलाया। उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि मोदी सरकार की नीति पाकिस्तान को अलग-थलग करने की है। पाकिस्तान को लेकर उनके हाव-भाव काफी आक्रामक हैं क्योंकि मोदी कश्मीर में कार्रवाई को ठीकरा पाकिस्तान के सिर फोड़ना चाहते हैं।
'पाकिस्तान में कमजोर रहीं सरकारें'
इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की शक्तिशाली सेना ने हमेशा देश की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पाकिस्तान के 70 साल के इतिहास में 33 साल सेना का रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की राजनीति पर सैन्य प्रभाव रहा है क्योंकि हमारी राजनीतिक सरकारें कमजोर रही हैं, जिससे राजनीतिक क्षेत्र में शून्यता आ गई है, जिसे जल्द भरना चाहिए।
एक साल में इमरान खान की लोकप्रियता 8 फीसद बढ़ी
पाकिस्तान में होने वाले देश और प्रांतों के चुनावों में पूर्व क्रिकेटर इमरान खान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ' (पीटीआइ) एक सर्वे में काफी आगे दिखाई दे रही है। वहीं पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) (पीएमएल-एन) और अन्य पार्टियां उनसे पीछे हैं। ऐसे में नवाज शरीफ की सत्ताधरी पार्टी पीएमएल-एन का सत्ता से जाना तय माना जा रहा है।
पाकिस्तान पल्स कंसल्टेंट के सर्वे के अनुसार, पीटीआइ को 30 फीसद वोट मिलने के आसार हैं। वहीं पीएमएल-एन को 27 फीसद वोट मिलने के आसार हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और 13 अन्य पार्टियां उनसे काफी पीछे हैं। हालांकि, किसी भी पार्टी को 30 फीसद से ज्यादा वोट नहीं मिल रहे हैं। पाकिस्तान गैलप द्वारा किए गए अन्य सर्वे में पीएमएल-एन पीटीआइ से एक फीसद आगे है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग को जहां 26 फीसद वोट मिलने के आसार हैं, वहीं पीटीआइ को 25 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं। जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी 16 फीसद पीछे है। पिछले एक साल से इमरान की लोकप्रियता में 8 फीसद इजाफा हुआ है। इमरान की पार्टी पीटीआइ को पख्तूनख्वाह में 50 फीसद से ज्यादा वोट के आसार हैं। दोनों सर्वे पाकिस्तान जंग ग्रुप द्वारा 4 जुलाई को न्यूज अखबार में प्रकाशित किए गए। सर्वे में 3 हजार लोगों को शामिल किया गया है। पल्स के सर्वे में 1.6 फीसदी और गैलप के सर्वे में 2.3 फीसद त्रुटि होने की संभावना है। पिछले साल भ्रष्टाचार के आरोपों में तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को अपदस्थ कर दिया गया था, जिससे पीएमएल-एन के चुनावी अभियान को काफी धक्का लगा था।