कश्मीर के युवाओं को शिक्षा से वंचित रखना चाह रहे इमरान, सरकार के खिलाफ स्टूडेंट
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ स्टूडेंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं उनका आरोप है कि सरकार उचित शिक्षा की व्यवस्था नहीं कर रही है।
गिलगिट, एएनआइ। पाकिस्तान में इमरान सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं कभी पाकिस्तान के नेता इमरान के खिलाफ एक साथ सड़क पर उतर जाते हैं तो कभी वहां की यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले ही सरकार के खिलाफ झंडा उठा लेते हैं। कुछ दिन पहले मौलाना फजलुरहमान ने आजादी मार्च निकालकर पाकिस्तान में हंगामा कर रखा था और अब वहां की कराकोरम इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इमरान सरकार पर आरोप लगाया है कि वो उनको शिक्षा से वंचित रखना चाह रहे हैं, इसके खिलाफ यहां प्रदर्शन हो रहा है।
सरकार पर शिक्षा से वंचित रखने का आरोप
गुलाम कश्मीर के गिलगिट इलाके में छात्र सड़क पर उतरकर पाकिस्तान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कराकोरम इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आरोप लगाया कि इमरान सरकार उन्हें उच्च शिक्षा पाने से वंचित कर रही है। यूनिवर्सिटी छात्र यूनियन के एक नेता ने कहा कि पाकिस्तान सरकार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है। वह इन्हें गुलाम बनाना चाहता है। सरकार मानसिक तौर पर कमजोर लोग चाह रही है।
शिक्षा के मामले में काफी पिछड़ा गिलगिट बाल्टिस्तान
प्रदर्शन में शामिल एक स्टूडेंट ने कहा कि गिलगिट बाल्टिस्तान शिक्षा के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है। उसने कहा कि वो कराकोरम यूनिवर्सिटी से यह बताने आया है कि वे एनएसएफ (नेशनल स्टूडेंट फेडरेशन) को सरकार विरोधी तत्व करार देने की फिराक में हैं। छात्र सहमे हुए हैं क्योंकि डर है कि विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस क्षेत्र में सिर्फ एक यूनिवर्सिटी है। इस क्षेत्र के कई छात्रों को रावलपिंडी और इस्लामाबाद के विश्वविद्यालयों में दाखिला नहीं मिल पाता। यहां कम से कम एक मेडिकल और एक इंजीनिर्यंरग कॉलेज खोला जाना चाहिए।
हर क्षेत्र में भेदभाव का शिकार
गिलगिट-बाल्टिस्तान समेत गुलाम कश्मीर में रहने वाले लोगों के साथ शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भेदभाव किया जाता है। इन लोगों को नागरिक अधिकारों से लेकर, समानता और मताधिकार तक की आजादी नहीं है।
30 लाख की आबादी पर सिर्फ एक यूनिवर्सिटी
30 लाख से ज्यादा आबादी वाले गिलगिट बाल्टिस्तान क्षेत्र में सिर्फ एक यूनिवर्सिटी है। इस यूनिवर्सिटी में ना तो कोई प्रोफेशनल प्रोग्राम चलता है और ना ही प्रोफेसरों की पर्याप्त संख्या है। ऐसी स्थिति में छात्रों के पास इंजीनिर्यंरग और मेडिकल समेत तमाम प्रोफेशनल प्रोग्राम की पढ़ाई के लिए पाकिस्तान के अन्य शहरों में जाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
कई दिनों से जारी है प्रदर्शन
यहां की यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें इस सरकार से आजादी चाहिए। सरकार हर मोर्चे पर विफल हो रही है। इमरान नया पाकिस्तान बनाने की बात कर रहे थे मगर वो स्टूडेंट को सही तरीके से शिक्षा दिलाने में भी कामयाब नहीं रहे हैं। उनका नौजवानों को सही तरीके से शिक्षा दिलाने में कोई रूचि नहीं है।