इमरान ने नवाज शरीफ की बीमारी की मंच से उड़ाई खिल्ली, मियांवाली में नौजवानों को समझाया
इमरान खान अब मंच से नवाज शरीफ की बीमारी की खिल्ली उड़ा रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने मियांवाली में मंच से बीमारी का मजाक उड़ाया।
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने को गंभीर रुप से बीमार बता रहे थे, एक समय ऐसा आया कि डॉक्टरों ने कहा कि यदि उनको इलाज के लिए लंदन नहीं ले जाया गया तो उनकी जान को खतरा है। कभी भी उनकी जान जा सकती है। इस वजह से उनको एयर एम्बुलेंस से लंदन ले जाया जाए। मगर जब उनको लंदन जाने वाले जहाज में चढ़कर जाते हुए देखा तो हैरान रह गया। वो दौड़ते-भागते हुए विमान में चढ़ रहे थे। इस दौरान उनके चेहरे पर एक अलग ही रंगत दिखाई दे रही थी।
उनकी चढ़ाई को देखकर लग रहा था कि वो पूरी तरह से स्वस्थ हैं या फिर लंदन जाने वाले जहाज को देखकर ही उनकी बीमारी दूर हो गई। ये बातें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मियांवाली में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि वो पाकिस्तान की तब्दीली के लिए काम कर रहे हैं मगर कुछ नेता अपनी दुकान बंद होने के डर से उनके खिलाफ मार्च और रैलियां निकाल रहे हैं। सभा में उन्होंने मौलाना फजलुरहमान, परवेज मुर्शरफ, शहबाज शरीफ और कई अन्य नेताओं को भी आड़े हाथों लिया।
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब तक शासन करने वाले पाकिस्तान को लूटते रहे हैं, यहां से तमाम तरह से पैसा लूटकर विदेश पहुंचाते रहे। वहां पर संपत्ति बनाते रहे। अब जब उनकी जांच होने लगी तो तमाम तरह के बहानों से देश से बाहर जा रहे हैं।
मौलाना के आजादी मार्च को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि इसमें नौजवानों को बरगलाने का काम किया गया। जितने भ्रष्ट नेता थे वो सब एक साथ मौलाना के कंटेनर पर चढ़ गए जिससे किसी तरह से वो साफ सुथरी छवि वाले नेता को हटा सकें। मगर किसी की दाल नहीं गली। सभा में आए नौजवानों को टारगेट करते हुए उन्होंने कहा कि याद रखो कल का दिन तुम्हारा है, यदि आज इन भ्रष्ट लोगों का साथ दिया तो कल खराब हो जाएगा। जिन लोगों ने अब तक शासन किया उनको आगे जाकर कहीं न कहीं फंसना होगा। इसलिए ये सभी एक मंच पर आ गए। इन सभी को ये खतरा है कि इनकी चल रही दुकानें बंद हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि यदि राजनीति में माफिया आ जाएंगे तो वो विकास के कोई काम नहीं करेंगे, सिर्फ अपनी जेंबें भरेंगे और उस पैसे को विदेश भेजेंगे, वहां संपत्ति बनाएंगे। जब सिस्टम करप्ट हो जाता है तो विकास के काम में पैसे नहीं लगते हैं। पहले की सरकारों ने जो किया है इस समय की सरकार को उसकी भरपाई करनी पड़ रही है। उन्होंने जो अधिक लोन लिया था हमको उसका ब्याज अदा करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मौलाना ने जो आजादी मार्च निकाला था उसमें लोगों को झूठ बोलकर शामिल करवाया गया, मदरसों से बच्चों को शामिल किया गया। इससे पहले जिन लोगों ने वजीरे-ए-आजम की भूमिका निभाई वो सभी पाकिस्तान को लूटने वाले ही रहे। उन्होंने कहा कि वो जब तक जिंदा रहेंगे देश के साथ किसी तरह से गद्दारी नहीं करेंगे, विरोध करने वाले चाह रहे हैं कि वो भी उनके साथ डील कर लें तो वो सब शांत बैठ जाएं। उन्होंने कहा कि वो नौजवानों के भविष्य के लिए किसी भी तरह की डील में शामिल नहीं होंगे।