हरकतों से बाज नहीं आ रहे इमरान, कहा- विश्व मंच पर कश्मीर मुद्दा उठाता रहेगा पाकिस्तान
बार बार नाकाम रहने के बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि उनका देश सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर मुद्दे को उठाना जारी रखेगा।
इस्लामाबाद, पीटीआइ। वैश्विक मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाने में कई बार नाकाम रहने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज आता नहीं दिख रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने बुधवार को कहा कि उनका देश सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कश्मीर मुद्दा उठाना जारी रखेगा। गुलाम कश्मीर की विधानसभा को संबोधित करते हुए इमरान ने दावा किया कि विश्व के कई नेता यह तक नहीं जानते हैं कि कश्मीर में क्या चल रहा है। इमरान जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने के भारत सरकार के फैसले के एक साल पूरा होने के मौके पर गुलाम कश्मीर की विधानसभा को संबोधित कर रहे थे।
वैश्विक ताकतों ने नहीं दिया भाव
इमरान ने कहा कि उनकी सरकार की कोशिशों के चलते कश्मीर मुद्दा प्रमुखता से उठा। हालांकि पाक प्रधानमंत्री ने इससे पहले यह स्वीकार किया था कि विश्व मंच पर कश्मीर मुद्दे पर उन्हें उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। इसका कारण पश्चिमी देशों के भारत में व्यावसायिक हित हैं, जो एक बड़ा बाजार है। खान ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल सहित विश्व नेताओं को व्यक्तिगत रूप से कश्मीर के बारे में अवगत कराया है।
समर्थन जुटाने की नाकाम कोशिश
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 समाप्त किए जाने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने पर भारत के खिलाफ पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की नाकाम कोशिश की। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से स्पष्ट रूप से कहा है कि अनुच्छेद 370 को रद करना उसका आंतरिक विषय है। भारत ने पाकिस्तान को हकीकत को स्वीकार करने और भारत विरोधी सारे दुष्प्रचार बंद करने की भी सलाह दी है
अयोध्या में भूमि पूजन की आलोचना
पाकिस्तान ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की आलोचना की। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारतीय सर्वोच्च न्यायालय के 'त्रुटिपूर्ण निर्णय' ने मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। यह न केवल न्याय पर विश्वास की प्रधानता को दर्शाता है, बल्कि आज के भारत में बढ़ते अधिनायकवाद को भी दर्शाता है, जहां अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुसलमानों और उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं। भारत ने इससे पहले इस मुद्दे पर पाकिस्तान द्वारा की गई अनुचित और गंभीर टिप्पणियों को खारिज कर दिया था।