Move to Jagran APP

कराची स्टाक एक्सचेंज पर हमले को लेकर इमरान खान ने दिया बेतुका बयान, भारत पर मढ़ा दोष

कराची में स्टाक एक्सचेंज पर सोमवार को हुए हमले से बौखलाए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में यह मामला उठाया और दोष भारत पर मढ़ा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 11:35 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 02:30 AM (IST)
कराची स्टाक एक्सचेंज पर हमले को लेकर इमरान खान ने दिया बेतुका बयान, भारत पर मढ़ा दोष
कराची स्टाक एक्सचेंज पर हमले को लेकर इमरान खान ने दिया बेतुका बयान, भारत पर मढ़ा दोष

इस्लामाबाद, प्रेट्र। कराची में स्टाक एक्सचेंज पर सोमवार को हुए हमले से बौखलाए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने संसद में यह मामला उठाया और दोष भारत पर मढ़ा। चंद दिनों पहले संसद में ही अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को शहीद बताने वाले इमरान ने कहा कि जो कुछ मुंबई में हुआ था उसका वे (भारत) बदला लेना चाहते हैं। हमें कोई संदेह नहीं है कि यह भारत ने कराया है।

loksabha election banner

इमरान खान ने कराची आतंकी हमले के दौरान मारे गए एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और तीन सुरक्षा गार्ड्स को पाकिस्तान का हीरो करार दिया। इमरान ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत ने हमें अस्थिर करने के लिए योजना बनाई थी लेकिन जवानों ने कुर्बानियां देकर बड़ी अनहोनी से बचा लिया। सोमवार को ही बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी से संबंधित मजीद ब्रिगेड ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। चार हथियारबंद हमलावरों ने स्टाक एक्सचेंज में धावा बोल दिया था। इस दौरान चारों हमलावरों समेत 11 लोग मारे गए थे। 

भारत ने पाक विदेश मंत्री के बयान को बकवास करार दिया 

पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी इमरान जैसा ही दावा किया था, जिसे भारत ने सख्त शब्दों में खारिज कर दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इसे बकवास बताते हुए कहा था कि पाकिस्तान के विपरीत भारत को दुनिया में कहीं भी इस तरह के हमलों की निंदा करने में कोई हिचक नहीं है। 

बीएलए ने कहा-निशाने पर पाकिस्तान-चीन

कराची में हुए हमले की जिम्मेदारी लेने वाले अलगाववादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन (बीएलए) आर्मी ने कहा है कि हमारा उद्देश्य पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और चीन को निशाना बनाना था। चीनी कंपनियों के पाकिस्तानी स्टाक एक्सचेंज में बड़े निवेश हैं। कराची में बीएलए का यह दूसरा बड़ा हमला है। इसके पहले संगठन नवंबर 2018 में चीनी वाणिज्य दूतावास को निशाना बना चुका है। सुरक्षा बलों के मुताबिक बीएलए की मजीद ब्रिगेड का गठन 2011 में किया गया था। संगठन को यह नाम पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के गार्ड रहे मजीद के नाम पर मिला है, जिसने बेनजीर की जान लेने की नाकाम कोशिश की थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.