इमरान सरकार की क्रूरता, पाक सेना को 'दुश्मन' बताने वाली महिला वकील को दीं गईं घोर यातनाएं
अपहरण के इस मामले में पीड़िता के बेटे ने एफआइआर दर्ज कराई है। विशेष जांच टीम ने महिला का बयान दर्ज कर लिया है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) को देश को दुश्मन बताने वाली एक महिला वकील को अगवा कर इतनी यातनाएं दी गईं कि किसी की भी रूह कांप जाए। चार दिन तक प्रताड़ित करने के बाद हाथ-पांव बांधकर और मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसे बेहोशी की हालत में खेत में फेंक दिया गया। यह घटना पंजाब प्रांत के मैलसी की है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया में गुस्से की बाढ़ आ गई है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता आरिफ अजाकिया ने यह जानकारी देते हुए महिला वकील द्वारा सेना की आलोचना वाला वीडियो भी पोस्ट किया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार 14 अगस्त को महिला वकील को उनके आफिस से चार लोग उठा ले गए थे। पीड़िता के मुताबिक, उन्हें चार दिनों तक घोर यातनाएं दी गईं, फिर यहां लाकर फेंक गए। पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। अपहरण के इस मामले में पीड़िता के बेटे ने एफआइआर दर्ज कराई है। विशेष जांच टीम ने महिला का बयान दर्ज कर लिया है।
पाक सेना ने सरकार को बना रखा है कठपुतली
पाकिस्तानी सेना पर लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने के अलावा देश की आंतरिक एवं विदेश नीति में दखलंदाजी का आरोप लगता रहा है। पाक सेना ने सरकार को भी कठपुतली बना रखा है। देश छोड़ गए कई कार्यकर्ता पाक सेना पर असंतुष्टों को गायब कर देने, मार डालने और यातनाएं देने का आरोप लगाते रहे हैं।
खराब अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है पाकिस्तान
वहीं, दूसरी ओर इमरान खान की सरकार खराब अर्थव्यवस्था से जूझ रही है। इसी साल अक्टूबर में फाइनेंशिएल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की होने वाली बैठक का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे पाकिस्तान सरकार की बेचैनी बढ़ती जा रही है। बेचैनी का आलम यह है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को यह साफ-साफ कहने पर मजबूर होना पड़ा कि अगर एफएटीएफ पाकिस्तान को प्रतिबंधित कर देता है तो उनके देश की अर्थव्यवस्था तबाह हो जाएगी।