मैंने इमरान खान को चुनकर गलती की, कहकर पीएम हाउस के बाहर व्यक्ति ने लगा ली आग
पाकिस्तान के अस्पतालों में मिलने वाली मेडिकल सुविधाओं से एक व्यक्ति इतना नाराज हुआ कि उसने पीएम हाउस के बाहर आग लगाकर सुसाइड कर लिया। उसने इमरान खान को पत्र भी लिखा है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से मरीजों की संख्या में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है। यहां भी कोरोना संक्रमण से अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 2696 लोग संक्रमित है। पाकिस्तान के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक तरह से इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।
शुक्रवार को यहां के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक तरह से इलाज न मिलने से परेशान हुए एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री इमरान खान के घर के बाहर आग लगाकर सुसाइड कर लिया, बाद में इसकी पहचान फैजल के रूप में हुई। इस्लामाबाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फैसल के शव को कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
Imran Khan supporter self-immolates in front of the PM house. In a letter to the PM, Faisal says it was his biggest mistake to support and garner votes for PTI. pic.twitter.com/WwPMohHYou — Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) April 3, 2020
इन दिनों कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पाकिस्तान ने भी अपने यहां लॉकडाउन लागू कर रखा है। ऐसे लोग अपने घरों में बंद हैं जिनको कोई समस्या हो रही है वो अस्पताल में पहुंचकर इलाज करवा रहे हैं। कई लोग यहां के अस्पतालों में दी जा रही चिकित्सा सुविधा से नाराज है। इन्हीं में फैसल भी शामिल था। फैसल ने पीएम हाउस के बाहर आग लगाकर सुसाइड करने से पहले पीएम इमरान खान के नाम से एक लेटर भी लिखा था।
इस लेटर में फैजल ने लिखा है कि अस्पतालों में स्थिति बिगड़ रही थी क्योंकि डॉक्टर मरीजों का इलाज नहीं कर रहे थे। मेरी गलती थी कि मैंने पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) के लिए मतदान किया, सत्ताधारी पार्टी ने इमरान खान की स्थापना की और नेतृत्व किया)।
और यह सब है। इस खबर को पाकिस्तान की स्थानीय मीडिया में प्रमुखता से कैरी किया गया है। पाकिस्तान की एक पत्रकार ने अपने ट्वीटर हैंडल से इसको ट्वीट भी किया है। फैसल ने पहले प्रधानमंत्री हाउस को एक पत्र लिखा था जिसमें जावद अब्बासी नाम के एक स्थानीय राजनेता के बारे में शिकायत की गई थी लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने हाल ही में पंजाब के रावलपिंडी जिले के एक पुलिस स्टेशन का दौरा किया, जिसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लेकिन बाद में उनके खिलाफ एक झूठा मुकदमा दायर किया गया था। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पाकिस्तान ने अब तक कोरोनोवायरस के 2,600 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।