शहाब शरीफ की गिरफ्तारी पर भड़के सज्जाद, बोले- इमरान सरकार की हिम्मत है तो सेना को छू कर दिखाए
गिलगित बाल्टिस्तान के नेता और कार्यकर्ता सज्जाद राजा ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि अगर इमरार सरकार की हिम्मत है तो पाकिस्तान सेना के सेनापतियों को छू कर दिखाए। इमरान सरकार केवल विपक्षी नेताओं को सताने में व्यस्त है।
नई दिल्ली, एजेंसी। गिलगित बाल्टिस्तान के नेता और कार्यकर्ता सज्जाद राजा ने मंगलवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल एन) के अध्यक्ष शहाब शरीफ की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि अगर इमरान सरकार की हिम्मत है तो पाकिस्तान सेना के सेनापतियों को छू कर दिखाए। सज्जाद ने कहा कि इमरान सरकार केवल विपक्षी नेताओं को सताने में व्यस्त है। उसके पास कोई दूसरा विकास का एजेंडा नहीं है।
पाकिस्तानी न्याय व्यवस्था और शासन पर उठाया सवाल
राष्ट्रीय समानता पार्टी जेकेजीबीएल के अध्यक्ष सज्जाद राजा ने ट्विटर पर लिखा है कि पाकिस्तानी न्याय व्यवस्था और शासन सेना के जनरलों को छूने की हिम्मत नहीं कर सकता और इमरान सरकार केवल विपक्षियों को सताने में व्यस्त है। राजा ने पीएमएल-एन के उपाध्यक्ष मरयम नवाज के ट्वीट को टैग करने के बाद ट्विटर पर टिप्पणी की अगर पाकिस्तान में जवाबदेही और न्याय होता, तो शाहबाज शरीफ नहीं, बल्कि असीम सलीम बाजवा और उनके परिवार को गिरफ्तार किया जाता। यह बयान पीएमएल-एन के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ की देश की भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था नेशनल एकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में आया है।
पूर्व पीएम नवाज शरीफ के खिलाफ उनका इस्तेमाल करना चाहते थे
सोमवार को नवाज ने कहा कि विपक्षी नेता शाहबाज शरीफ को केवल इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि उन्होंने उन लोगों के हाथों में खेलने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के खिलाफ उनका इस्तेमाल करना चाहते थे। पीएमएल-एन नेता ने एक ट्वीट में कहा कि कोई गलती न करें। शाहबाज शरीफ को केवल इसलिए गिरफ्तार कर लिया गया, क्योंकि उन्होंने उन लोगों के हाथों में खेलने की अनुमति दी थी, जो अपने भाई के खिलाफ उनका इस्तेमाल करना चाहते थे।
एकजुट हुआ विपक्ष, इमरान सरकार को घेरने की कार्य योजना तैयार
उधर, पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ विपक्ष भी एकजुट हो गया है। विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए एक कार्ययोजना तैयार किया है। इस कार्य योजना के मुताबिक अक्टूबर महीने में इमरान सरकार के खिलाफ तीन चरण का आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा। इसके तहत दिसंबर, 2021 में में एक राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन होगा। इस्लामाबाद में एक निर्णायक लॉग मार्च आयोजित करने की योजना है।