Move to Jagran APP

Gilgit and Baltistan Assembly Election: कड़े विरोध के बावजूद गिलगिट-बाल्टिस्‍तान में मतदान, विपक्ष ने लगाया धांधली का आरोप

पाकिस्‍तान में विपक्ष के विरोध बीच गिलगिट-बाल्टिस्‍तान में मतदान विधानसभा के लिए मतदान की प्रक्रिया जारी है। उधर मतदान अधिकारियों ने कहा कि मतदान केंद्रों के अंदर मौजूद मतदाताओं को मतदान के समय खत्म होने के बाद भी मत डालने की अनुमति दी जाएगी।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sun, 15 Nov 2020 02:44 PM (IST)Updated: Sun, 15 Nov 2020 03:46 PM (IST)
Gilgit and Baltistan Assembly Election: कड़े विरोध के बावजूद गिलगिट-बाल्टिस्‍तान में मतदान, विपक्ष ने लगाया धांधली का आरोप
पाकिस्‍तान में विपक्ष के कड़े विरोध के वाबजूद गिलगिट-बाल्टिस्‍तान में मतदान। फाइल फोटो।

इस्‍लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्‍तान में विपक्ष के कड़े विरोध के वाबजूद गिलगिट-बाल्टिस्‍तान में मतदान की प्रक्रिया जारी हैं। गिलगिट-बाल्टिस्‍तान में मतदान के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतदान रविवार की सुबह आठ बजे से शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक बिना किसी ब्रेक के जारी रहेगा। उधर, मतदान अधिकारियों ने कहा कि मतदान केंद्रों के अंदर मौजूद मतदाताओं को मतदान के समय खत्म होने के बाद भी मत डालने की अनुमति दी जाएगी। गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव 18 अगस्त को होने थे, लेकिन 11 जुलाई को पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने उन्हें कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता अनुराग श्रीवास्‍तव ने इस चुनाव प्रक्रिया को एक बार फि‍र विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा कथित रूप गिलगित-बाल्टिस्तान की स्थिति को बदलने का कोई कानूनी आधार नहीं है। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तान सरकार का यह कदम पूरी तरह से गैर-कानूनी और गैर जिम्‍मेदाराना है।

loksabha election banner

विधानसभा की 23 सीटों पर 330 उम्‍मीदवार मैदान में

बता दें कि गिलगित-बाल्टिस्तान की 24 विधानसभा सीटों पर केवल 23 सीटों पर मतदान हो रहा है। चुनाव मैदान में 330 उम्‍मीदवार हैं। चार महिलाएं भी चुनावी मैदान में हैं। चुनावी मैदान में पीपीपी ने 23 उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि पीएमएल-एन में 21 प्रत्‍याशी मैदान में हैं। यहां कुल 1,141 मतदान केंद्रों में से 577 को संवेदनशील और 297 को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। गिलगित-बाल्टिस्तान, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान के 15,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया है। हालांकि, चुनाव में सेना की तैनाती नहीं की गई है।

चुनाव को लेकर विपक्ष ने प्रकट की कानूनी चिंता

उधर, चुनाव को लेकर इमरान सरकार को विपक्ष के भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। विपक्ष ने चुनाव को लेकर कानूनी चिंताए व्‍यक्‍त की है। चुनाव के पूर्व पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ ने शनिवार को इमरान खान सरकार पर वोटों की हेराफेरी का आरोप लगाया है। नवाज शरीफ ने क्षेत्र के निवासियों से उनकी पार्टी के लिए वोट डालने और धांधली के खिलाफ अपने वोटों की रक्षा करने का आग्रह किया। 

5वें प्रांत का दर्जा देने पर पिछले दिनों भारत ने विरोध जताया

बता दें कि पाकिस्तान द्वारा गिलगिट बाल्टिस्तान को 5वें प्रांत का दर्जा देने पर पिछले दिनों भारत ने सख्त आपत्ति जताई थी। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान उन इलाकों से बाहर निकले, जिन पर उसने अवैध तरीके से कब्जा किया है। भारत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के सभी क्षेत्र हमारे अभिन्न अंग हैं और हमेशा रहेंगे। इनमें गुलाम कश्मीर भी शामिल है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से गिलगिट बाल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा देने के एलान का भारतीय विदेश मंत्रालय ने विरोध किया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.