Pakistan Politics: पाक की पूर्व मंत्री शिरीन मजारी की पिटाई, पुलिस ने किया गिरफ्तार
पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी को पुलिस ने पीटा और अपने साथ ले गए। पिछले महीने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री को पद से हटाए जाने के बाद इमरान खान की पूर्व कैबिनेट सहयोगी मजारी पाकिस्तानी सेना की आलोचना कर रही थीं।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान की पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उनकी पिटाई भी की। उनकी बेटी ईमान जैनब मजारी-हजीर ने भ्रष्टाचार विरोधी अधिकारियों द्वारा शिरीन की गिरफ्तारी के बारे में ट्वीट किया। इस बीच मजारी की गिरफ्तारी ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री हमजा शहबाज ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए शिरीन को रिहा करने का आदेश दिया। हमजा ने मजारी की गिरफ्तारी में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए हैं।
इस बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के नेताओं ने कहा कि गिरफ्तारी से राजनीतिक प्रताड़ना की बू आ रही है। इससे पहले शिरीन मजारी की बेटी मजारी-हजीर ने कहा, पुरुष पुलिस अधिकारियों ने मेरी मां को पीटा और ले गए। मुझे केवल इतना बताया गया है कि उन्हें लाहौर ले जाया ले गया है। भ्रष्टाचार निरोधक प्रतिष्ठान (एसीई) के अधिकारियों ने पुष्टि की कि शिरीन को हिरासत में लिया गया है। मजारी के खिलाफ आरोपों की अभी आधिकारिक जानकारी नहीं की गई है।
हालांकि सूत्रों के मुताबिक यह मामला वर्ष 1970 का है। वह उस वक्त सात साल की थी। उनके परिवार पर प्रांतीय राजधानी लाहौर से 400 किलोमीटर दूर डीजी खान जिले में 800 कनाल (100 एकड़) जमीन हड़पने का आरोप है। दशकों की न्यायिक देरी के बाद इस साल मार्च में इस मामले में एक पुलिस मामला दर्ज किया गया था। अविश्वास प्रस्ताव के जरिये पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पद से हटाए जाने के बाद पूर्व कैबिनेट सहयोगी मजारी सेना की आलोचना कर रही हैं।
मजारी ने पिछले हफ्ते आरोप लगाया था कि जब इमरान खान को पद से हटाया गया तो सेना 'तटस्थ' थी। उन्हें 'अमेरिकी साजिश' के तहत हटाया गया। पीटीआई के नेता न्यूट्रल शब्द का इस्तेमाल सेना के लिए करते हैं।
69 वर्षीय इमरान खान ने आरोप लगाया है कि एक स्वतंत्र विदेश नीति के अनुसरण में अमेरिका के नेतृत्व में एक साजिश के तहत उन्हें पद से हटा दिया गया। इमरान खान के समर्थकों ने उनकी सरकार को बचाने के लिए कुछ नहीं करने के लिए सेना को निशाना बनाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया है।
इमरान खान के समर्थकों द्वारा न्यायपालिका और सेना जैसे संस्थानों की कड़ी आलोचना की गई। सत्ता से हटाए जाने के बाद इमरान खान ने विभिन्न शहरों में कई सार्वजनिक रैलियां कीं, जिसमें नई सरकार को 'देशद्रोही और भ्रष्ट शासक' बताया गया। शहबाज शरीफ को अमेरिका के इशारे पर काम करने वाला बताया गया। अमेरिका ने बार-बार पाकिस्तान की घरेलू राजनीति में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।