आतंकियों से रिश्तों को टटोलने पाकिस्तान पहुंचा एफएटीएफ का समीक्षा दल
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. खाकन एच नजीब ने बताया है कि मंगलवार से शुरू होने वाली समीक्षा बैठक गुरुवार तक चलेगी।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। आतंकी संगठनों के अर्थतंत्र को ध्वस्त करने के लिए पाकिस्तान पर्याप्त कार्रवाई कर रहा है या नहीं, इसकी समीक्षा के लिए फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की टीम सोमवार को इस्लामाबाद पहुंच गई। एफएटीएफ दुनिया भर के आतंकी संगठनों और आपराधिक गिरोहों के अर्थतंत्र पर नजर रखने वाला संगठन है।
यह आतंकियों और अपराधियों को आर्थिक मदद देने वाले देशों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करता है। संगठन ने पाकिस्तान को जून 2018 से ग्रे लिस्ट में डाल रखा है और ब्लैक लिस्ट में डालने की चेतावनी दी है।
एफएटीएफ ने पाकिस्तान से जैश-ए-मुहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा, हक्कानी नेटवर्क आदि संगठनों की आर्थिक मदद बंद करने को कहा है। आतंकी संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर संगठन पाकिस्तान को कई बार ब्लैक लिस्ट में डालने की चेतावनी भी दी है। इससे पाकिस्तान को आर्थिक संगठनों और विदेश से मिलने वाले मदद रुक जाएगी, बहुराष्ट्रीय कंपनियों का निवेश भी प्रभावित होगा।
पाकिस्तान पहुंचे समीक्षा दल में न्यू स्कॉटलैंड यार्ड के इयान कॉलिंस, अमेरिका के वित्त विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जेम्स प्रसिंग, मालदीव के वित्तीय खुफिया विभाग के अधिकारी अशरफ अब्दुल्ला, इंडोनेशिया के वित्त मंत्रालय के अधिकारी वाह्यू हर्नवान, चीन की पीपुल्स बैंक के अधिकारी जोंग जिंग्यान और तुर्की के कानून मंत्रालय के अधिकारी मुस्तफा निकमेद्दीन शामिल हैं।
ये विशेषज्ञ आतंकी संगठनों के खिलाफ पाकिस्तान की कार्रवाई की समीक्षा करेंगे। इसके बाद तय करेंगे कि पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में बनाए रखा जाए या हटाया जाए।
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. खाकन एच नजीब ने बताया है कि मंगलवार से शुरू होने वाली समीक्षा बैठक गुरुवार तक चलेगी। इस दौरान समीक्षा दल पाकिस्तान के कई विभागों के अधिकारियों से भी मिलेगा।