रेडियो पाकिस्तान के बुलेटिन पर फेसबुक ने लगाई रोक, कश्मीर को लेकर कर रहा था फर्जी प्रचार
पीबीसी ने एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है जिसमें फेसबुक की तरफ से मई में उसे चेतावनी दी गई है। फेसबुक ने तब पीबीसी पर प्रसारण मानकों के उल्लंघन का आरोप लगाया था।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। जम्मू-कश्मीर में तेजी से सामान्य होते हालात को देखकर पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला गया है। कश्मीर को लेकर दुष्प्रचार के लिए वो हर हथकंडा अपना रहा है। सोमवार को उसने फेसबुक के जरिए दुष्प्रचार करना चाहा, लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने उसके मंसूबे पर पानी फेर दिया। फेसबुक ने पाकिस्तान ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (PBC) की ओर से कश्मीर को लेकर किए जा रहे फर्जी प्रचार के उसके सीधे प्रसारण पर रोक लगा दी। पीबीसी अब इसका रोना रो रहा है।
पीबीसी ने शेयर किया स्क्रीनशॉट
PBC ने सोमवार को कहा कि कश्मीर में कथित मानवाधिकारों के उल्लंघन, कफ्र्यू और पाबंदी को लेकर रेडियो पाकिस्तान के बुलेटिन के सीधे प्रसारण को फेसबुक प्रशासन ने रोक दिया। पीबीसी ने एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें फेसबुक की तरफ से मई में उसे चेतावनी दी गई है। फेसबुक ने तब पीबीसी पर प्रसारण मानकों के उल्लंघन का आरोप लगाया था।
पाकिस्तान सरकार की मुख्य प्रवक्ता फिरदौस आशिक अवान ने फेसबुक की तरफ से लगाई गई रोक को मूल मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार फेसबुक पर रेडियो पाकिस्तान की खबरों का दोबारा सीधा प्रसारण शुरू कराने की कोशिश करेगी।
फेसबुक ने पहले भी उठाएं हैं ऐसे कड़े कदम
बता दें कि फेसबुक ने पाकिस्तान में पहले भी ऐसे कठोर कमद उठाए हैं। 2016 में वानी की मौत से संबंधित दर्जनों पोस्ट्स को सेंसर किया था। कश्मीर घाटी के बारे में पोस्ट करने के लिए फोटो और विडियो के अलावा शिक्षाविदों व पत्रकारों के अकाउंट्स और साथ ही स्थानीय अखबारों के पूरे पेज हटा दिए गए थे।
भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में जब भी किसी अलगाववादी नेता पर बड़ी कार्रवाई की जाती है तो पाकिस्तान की ओर से वहां के विभिन्न स्थानीय समाचार माध्यमों से लेकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट की जाती रही हैं। वहीं, अभी हाल ही में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पाकिस्तान पूरी तरह से आग बबूला हो गया। कश्मीर के दुष्प्रचार को लेकर पाकिस्तान तरह-तरह के हथकंडे शुरू से ही अपना रहा है।