COVID-19: पाकिस्तान में जनता कर रही लॉकडाउन की मांग, इमरान रो रहे अर्थव्यवस्था का रोना
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने लॉकडाउन की स्थिति लागू करने को मना कर दिया मगर देश के लोग उसे लागू करने की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर मांग की जा रही है।
इस्लामाबाद। एक ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वो पूरे देश को लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था इस तरह की नहीं है कि उसे बंद किया जा सके। उनके इस बयान पर पाकिस्तान के पायलट, गायक-गीतकार, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, फिल्म अभिनेता फखरे आलम ने सोशल मीडिया ट्वीटर पर अपने दो वीडियो ट्वीट किया है, इसमें उन्होंने लिखा है कि उनके पास ऐसी योजना है कि पाकिस्तान किस तरह से कोरोना वायरस की महामारी को हैंडल कर सकता है।
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उन्होंने ट्वीटर पर अपना ऐसा दो वीडियो पोस्ट किया है। इन दोनों वीडियो में कोरोनावायरस से बचने के उपाय बताए गए हैं। फखरे ने प्रधानमंत्री इमरान खान को संबोधित करते हुए ये वीडियो जारी किया था जिसे अब तक हजारों लोग देख चुके हैं मगर इमरान की ओर से इसके बारे में कोई जवाब नहीं दिया गया है।
Dear honorable PM @ImranKhanPTI sir it is a humble request to you please re consider. A lockdown before it’s too late. This Video is in two parts. I could be wrong & I know you are worried about social unrest but we can end up in a far worse place. #CoronaVirusPakistan pic.twitter.com/Tp8yRkpXAW — Fakhr-e-Alam (@falamb3) March 20, 2020
इस वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि प्रिय माननीय प्रधानमंत्री, हम सभी जानते हैं कि आपके मने में सभी पाकिस्तानियों के लिए बहुत दया और करुणा है लेकिन मुझे पता है कि यह आपके नेतृत्व की बहुत कड़ी चुनौती होगी। एक विनम्र नागरिक के रूप में, मैं कहना चाहता हूं कि एक तरफ सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे घर पर रहें और सामाजिक दूरी का अभ्यास करें। यदि आपने अपना फैसला नहीं बदला तो इसकी वजह से दैनिक वेतनभोगी और अन्य लोग भी इसकी चपेट में आ जाएंगे। जब एक इसकी चपेट में आएगा तो बाकी लोग भी इससे प्रभावित हुए बिना नहीं सकते हैं।
उनका कहना है कि वो यह चाहते हैं कि प्रधानमंत्री उस निर्णय पर पुनर्विचार करें और इसके क्रियान्वयन के लिए कुछ वैकल्पिक समाधान दें। मुझे लगता है कि हम अपने शहरों में विभिन्न बिंदुओं पर राशनिंग डिपो बनाते हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां कम आय वाले लोग रहते हैं। यदि हम दो सप्ताह का कर्फ्यू लागू करते हैं तो हम इस बीमारी और बड़े पैमाने पर संक्रमण की प्रक्रिया को कम कर सकते हैं।
आलम यह है कि पाकिस्तानी वायरस और सामाजिक दूरियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और पिकनिक पर जा रहे हैं, जब उन्हें वास्तव में घर पर रहना चाहिए। उनके अनुसार पूरी तरह से अव्यवस्था और कर्फ्यू जैसी स्थिति समय की जरूरत है, यदि ऐसा नहीं किया गया तो जनसंख्या पर असर पड़ेगा और हजारों लोग बेमौत मारे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बीमारी की गंभीरता को देखते हुए पीएम इमरान खान को अपने पहले दिए गए आदेश पर फिर से विचार करना चाहिए और जनता के हित में इसे लागू करना चाहिए, यदि देर हो गई तो स्थिति को संभालना बहुत मुश्किल हो जाएगा। हम उसी ओर बढ़ रहे हैं।