पाकिस्तान में सियासी भूचाल हुआ तेज, बिलावल भुट्टो ने फिर मांगा इमरान खान का इस्तीफा
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की दोबारा मांग की है। इससे पहले विपक्षी दलों ने इमरान खान से 31 दिसंबर 2020 तक इस्तीफे की मांग की थी।
ठट्टा(पाकिस्तान), एएनआइ। पाकिस्तान में सियासी भूचाल काफी तेज हो गया है। विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) ने प्रधानमंत्री इमरान खान को 31 दिसंबर, 2020 तक अपना इस्तीफा देने को कहा था। इमरान ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) में शामिल पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने एक बार फिर से इमरान खान से इस्तीफे की मांग की है। बिलावल भुट्टो ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत का विकल्प इमरान खान के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद ही संभव होगा।
पाकिस्तान के डॉन अखबार के मुताबिक बिलावल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब सत्ता विरोधी और कठपुतली प्रधानमंत्री इमरान खान अपने पद से इस्तीफा दे देंगे तो किसी तरह के संवाद(बातचीत) का मार्ग प्रशस्त होगा। बिलावल भुट्टो-जरदारी सिंध के मुख्यमंत्री के पूर्व सलाहकार स्वर्गीय एजाज अली शाह शीराज़ी के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए ठट्टा के दौरे पर थे।
विपक्ष कर रहा लॉन्ग मार्च की तैयारी
पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) पाकिस्तान के इस्लामाबाद में लॉन्ग मार्च निकालने की तैयारी कर रहा है, जिसमें लाखों लोग शामिल होंगे। इसकी तारीख का ऐलान जल्द किया जाएगा। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) इमरान खान को उसी रणनीति के तहत घेरने की तैयारी में है जिस तरह इमरान ने तीन साल पहले नवाज शरीफ की सरकार को गिराने में इस्तेमाल की थी।
मरियम नवाज ने दी चेतावनी
इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज का कहना है कि इमरान खान की सरकार उस दिन खत्म हो जाएगी, जब विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट(पीडीएम) के सांसद इस्तीफा दें देंगे। बहावलपुर में पीडीएम की एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए मरियम ने इमरान खान सरकार पर कई आरोप लगाए।
बहरहाल, पाकिस्तान की सियासत में क्या चल रहा है? क्या इमरान इस्तीफा देंगे? इसको लेकर आने वाले वक्त में पता चल सकेगा। लेकिन फिलहाल पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ माहौल सही नहीं है।