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पीएम मोदी की ढाका यात्रा का विरोध करने वालों पर बरसीं शेख हसीना, कहा- आग से खेल रहे हैं हिफाजत-ए-इस्लाम के आतंकी

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Bangladesh Prime Minister Sheikh Hasina) सोमवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा का विरोध करने वालों पर जमकर बरसीं। उन्होंने हिफाजत-ए-इस्लाम के आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे आग से खेल रहे हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 06:53 PM (IST)Updated: Tue, 06 Apr 2021 01:15 AM (IST)
पीएम मोदी की ढाका यात्रा का विरोध करने वालों पर बरसीं शेख हसीना, कहा- आग से खेल रहे हैं हिफाजत-ए-इस्लाम के आतंकी
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा का विरोध करने वालों पर जमकर बरसीं।

ढाका, आइएएनएस। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ढाका यात्रा का विरोध करने वालों पर जमकर बरसीं। उन्होंने हिफाजत-ए-इस्लाम के आतंकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे आग से खेल रहे हैं और अगर बाज नहीं आए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हसीना ने जोर देते हुए कहा कि उनकी सरकार उग्रवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। बांग्लादेश एक धर्मनिरपेक्ष देश है और इस्लाम के नाम पर किसी पर हमला करना ठीक नहीं है।

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संसद में बोलते हुए शेख हसीना ने कहा, 'क्या हिफाजत-ए-इस्लाम से जुड़े लोग भारत स्थित देवबंद पढ़ने नहीं जाते हैं। अगर ऐसा है तो आपको भारत के प्रधानमंत्री की यात्रा का विरोध करने का अधिकार किसने दिया। आप जब बाहर पढ़ने जाते हैं तो सरकार सारा इंतजाम करती है, लेकिन इसके बावजूद विरोध करना आश्चर्यचकित करता है।'

शेख हसीना ने हिफाजत-ए-इस्लाम के नेताओं की नैतिकता और ईमानदारी पर भी सवाल उठाया। प्रमुख रूप से उनका निशाना संयुक्त महासचिव मामूनुल हक पर था। हसीना ने हक की आमदनी के स्रोत को लेकर भी सवाल खड़ा किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का आम आदमी इस्लाम को नष्ट करने वाले ऐसे आतंकियों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। शेख हसीना ने सवाल करते हुए कहा कि इस्लाम शांति का धर्म है, लेकिन इसके बावजूद इन आतंकियों ने जनता पर हमला किया।  

उल्‍लेखनीय है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी थी। कट्टरपंथियों ने हिंदू मंदिरों पर हमला कर दिया था। हिंसा की विभिन्न घटनाओं में लगभग दो दर्जन लोग घायल हुए थे। इस हिंसा के पीछे हिफाजत-ए-इस्लाम के कट्टरपंथियों का हाथ था। पुलिस की कार्रवाई में 10 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में हिफाजत-ए-इस्लाम से जुड़े कट्टरपंथियों ने पूर्वी जिले ब्राह्माणबरिया में भी एक ट्रेन पर हमला कर दिया था। 


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