बाजवा ने कहा- बालाकोट एयर स्ट्राइक और अनुच्छेद 370 हटाने का क्षेत्र पर अमिट छाप होगा
चुनी हुई सरकारों में भी पाकिस्तानी सेना का दखल होता है और सुरक्षा और विदेश की नीतियों को एक तरह सेना ही तय करती है।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर पाकिस्तान के झूठ की पोल एक बार फिर उजागर हो गई है। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि बालाकोट एयर स्ट्राइक और भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म कर जम्मू-कश्मीर को दो भागों में विभाजित करने की दो ऐसी बड़ी घटनाएं हैं, जिनका दक्षिण एशिया के भूराजनीतिक स्थिति पर अमिट छाप होगी।
जैश के आतंकी कैंप पर भारत के हमले से अब तक इन्कार करता रहा है पाकिस्तान
पिछले साल फरवरी में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के कैंप पर हमला कर उसे ध्वस्त कर दिया था। हमले में बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए थे। पाकिस्तान लगातार इस हमले से इन्कार करता रहा। यहां तक उसने कुछ विदेशी पत्रकारों को वहां ले जाकर दुनिया के सामने भी यह साबित करने की कोशिश की थी कि वहां कोई हमला नहीं हुआ था। हालांकि, इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भी बालाकोट एयर स्ट्राइक की बात कह चुके हैं।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने कश्मीर को संभावित परमाणु युद्ध का कारण बताया
पाकिस्तानी सेना की शोध पत्रिका 'ग्रीन बुक 2020' के लिए लिखे अपने अग्रलेख में जनरल बाजवा ने ये बातें कही हैं। बाजवा ने कश्मीर को दोनों देशों के बीच संभावित परमाणु युद्ध का मुख्य कारण भी करार दिया है। जनरल बाजवा ने लिखा है, 'वर्ष 2019 दो महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह बना, जिनकी इस क्षेत्र की भूराजनीतिक स्थिति पर अमिट छाप होगी, पहली, भारतीय वायु सेना द्वारा 26 फरवरी को बालाकोट में अकारण हमला और दूसरी, अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म कर पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का एकतरफा विलय।'
जनरल बाजवा ने कहा कि पहली घटना परमाणु दबाव के तहत युद्ध का माहौल बनाने और व्यापकता लागू करने का कठोर प्रयास था, जिसका अगले ही दिन पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा जवाब दिया गया। पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने दूसरी घटना का जिक्र करते हुए कश्मीर में मुस्लिमों की जिंदगी को मुश्किल बनाने के अपने देश के पुराने राग को अलापा है।
बाजवा ने कहा- कश्मीर दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध का कारण बन सकता है
बाजवा ने आगे लिखा है, 'कश्मीर दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध का कारण बन सकता है। (नरेंद्र) मोदी ने न सिर्फ पड़ोसियों को खतरे में डाला है बल्कि पूरे विश्व को भी चिंता में डाल दिया है।' हालांकि, भारत पाकिस्तान के सभी आरोपों को खारिज करते रहा है। जम्मू-कश्मीर में बदलाव को भारत विश्व के हर मंच पर अपना आंतरिक मामला बताता है और दुनिया ने भी उसकी बातों को माना है। भारत लगातार पाकिस्तान से भी सच्चाई स्वीकार करने और झूठा प्रचार करने से बाज आने को कहा है।
पाक स्थापना के 70 वर्षो में आधे से ज्यादा समय तक वहां सेना के हाथों में सत्ता रही
पाकिस्तान की स्थापना के बाद 70 वर्षो में आधे से ज्यादा समय तक वहां सेना के हाथों में सत्ता रही है। चुनी हुई सरकारों में भी पाकिस्तानी सेना का दखल होता है और सुरक्षा और विदेश की नीतियों को एक तरह सेना ही तय करती है।