'आजादी मार्च' से पहले जबरन कंटेनरों को जब्त कर रही PAK सरकार, इमरान के खिलाफ आज से मोर्चा
पाकिस्तान में आज से इमरान खान के खिलाफ मोर्चे की तैयारी है इस बीच सरकार जबरन कंटेनरों को जब्त कर सड़कों को ब्लॉक कर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश कर
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान में विपक्षी दल आज(27 अक्टूबर) आजादी मार्च निकालेंगे। यह विरोध प्रदर्शन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे की मांग को लेकर है। आजादी मार्च अगले 5 दिनों तक पूरे पाकिस्तान में चलेगा। यह विरोध प्रदर्शन पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों से शुरू होगा और 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद में खत्म होगा। इस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मोर्चाबंदी की कोशिश की जाएगी और उनके इस्तीफे की मांग होगी।
इस बीच पाकिस्तान में शिपिंग फर्मों ने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अधिकारियों पर जबरन उनके कंटेनरों को जब्त करने और उसके इस्तेमाल का आरोप लगाया है। पाकिस्तान सरकार इन कंटेनरों को इस्तेमाल आज़ादी मार्च से पहले राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारियों के प्रवेश को रोकने के लिए करने की तैयारी कर रही है।
खैबर पख्तूनख्वा में कंटेनर एसोसिएशन के अध्यक्ष हकीमुल्ला खान ने कहा,'पिछले तीन दिनों में, पुलिस ने जबरन देश के विभिन्न हिस्सों में 3000 से अधिक कंटेनरों को अपने कब्जे में ले लिया है।' हकीमुल्लाह खान ने दावा किया है कि जब्त किए गए कंटेनरों के मालिकों को अधिकारियों की कार्रवाई के परिणामस्वरूप भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ा है। दूसरी ओर, इस्लामाबाद के डिप्टी कमिश्नर हमजा शफकत ने कहा है कि कंटेनरों को जब्त नहीं किया गया है, बल्कि उनके मालिकों से काम पर रखा गया है, जिसके लिए उन्हें भुगतान किया जाएगा।
इस्लामाबाद के डिप्टी कमिश्नर हमजा शफकत ने कहा, 'हमने जबरन एक भी कंटेनर नहीं लिया है। हमने मालिकों से सभी कंटेनरों को काम पर रखा है और हम उनके लिए भुगतान करेंगे।' इससे पहले पाकिस्तान सरकार और विपक्षी दलों के बीच आजादी मार्च से पहले हुई बातचीत बेनतीजा खत्म हो गई। पाकिस्तान सरकार की ओर से इस मार्च को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन विपक्षी दल नहीं माने और आज से वह पाकिस्तान में पीएम इमरान खान के इस्तीफे की मांग करेंगे।
आज़ादी मार्च की घोषणा जमीयत उलेमा-इस्लाम-फ़ज़ल (JUI-F) के प्रमुख फ़ज़लुर रहमान ने इमरान खान सरकार को गिराने के लिए की है। फ़ज़लुर रहमान का कहना है कि इमरान खान झूठ के सहारे पाकिस्तान में सत्ता में आए।