पाकिस्तानी हिंदुओं की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित होने का इंतजार, नहीं मिल रहा वीजा
पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं की इच्छा है कि मरने के बाद उनकी अस्थियों को सरहद पार ले जाकर गांगा नदी में प्रवाहित की जाए।
कराची, एएनआइ। कराची के इकलौते श्मशान घाट में सालों से संग्रहीत कर के रखी हुई 100 से अधिक पाकिस्तानी हिंदुओं की अस्थियां गंगा नदी में प्रवाहित किए जाने का इंतजार कर रही हैं। एक अनुमान के मुताबिक लगभग 40 लाख हिंदू मुस्लिम बहुल पाकिस्तान में रहते हैं। पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं की इच्छा है कि मरने के बाद उनकी अस्थियों को सरहद पार ले जाकर गांगा नदी में प्रवाहित की जाए।
हाल ही में पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू व्यापारी आत्म प्रकाश का कैंसर के कारण निधन हो गया था। उनकी अस्थियों को श्मशान घाट के बगल में बने एक छोटे कमरे में रखा गया है। प्रकाश की इच्छा थी कि उनकी अस्थियों को गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार ले जाया जाए। आत्म प्रकाश के भाई का कहना है कि मुझे नहीं पता कि क्या हम कभी उनकी इस इच्छा को पूरी कर पाएंगे।
दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण हालात
भारत और पाकिस्तान के लोगों के लिए के लिए वीजा प्राप्त करना बेहद जटिल प्रक्रिया है। तनावपूर्ण रिश्तों के कारण दोनों देशों ने अपने वीजी के नियमों को सख्त कर दिया है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दोनों देशों के रिश्ते और ज्यादा खराब हो गए। आनन-फानन में पाकिस्तान ने इसका विरोध जताते हुए भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों को कम कर लिया। इसके साथ ही द्विपक्षीय व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया। राजनयिक संबंध काफी हद तक निलंबित होने की वजह से भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात हैं।
हालांकि, कराची श्मशान गृह के कार्यवाहक राम नाथ सितंबर 2016 में अपने साथ लगभग 160 लोगों की अस्थियों ले गए थे। तब से अबतक तीन साल बीत गए इस दौरान सैकड़ों पाकिस्तानी हिंदूओँ की अस्थियां गंगा में प्रवाहित होने का इंतजार कर रहीं हैं।