अफगान शांति प्रक्रिया की जटिल प्रक्रिया को सुलझाने के लिए अब्दुल्ला की पाक यात्रा जल्द
अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया का यह एक महत्वपूर्ण और जटिल चरण है जिसे वह आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे।
इस्लामाबाद, एजेंसी। अफगानिस्तान शांति परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला जल्द ही शांति प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण चरण के लिए पाकिस्तान का आधिकारिक दौरा करेंगे। शांति प्रक्रिया का यह एक महत्वपूर्ण और जटिल चरण है, जिसे वह आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने रविवार को विदेश कार्यालय के अधिकारियों के हवाले से कहा कि विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया था।
कतर में होने वाली अंतर-अफगान वार्ता के लिए अहम
गौरतलब है कि 29 फरवरी को अमेरिका और अफगान तालिबान के बीच एक ऐतिहासिक समझौता के रूप में हुआ था। यह समझौता तालिबान द्वारा अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की समयसीमा के साथ तालिबान को अलकायदा जैसे आतंकवादी समूहों अफगानिस्तान की धरती से दूर रखने की गारंटी देता है। अफगान शांति प्रक्रिया का यह दूसरा चरण है। इस समझौते के मुख्य पहलू तालिबान और अफगान सरकार के बीच कैदियों की अदला-बदली है। इसके अतिरिक्त अफगानिस्तान के राजनीतिक भविष्य को लेकर कतर या जर्मनी में होने वाली अंतर-अफगान वार्ता के लिए अहम मानी जा रही है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी वरिष्ठ अफगान व्यक्ति कि यह पहली यात्रा होगी। इस्लामाबाद और काबुल के बीच द्विपक्षीय संबंधों को जल्द ही शुरू होने वाले अंतर-अफगान वार्ता की सफलता के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यात्रा की तीथियों का कोई जिक्र नहीं
अफगानिस्तान के राजदूत मुहम्मद व पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि सादिक ने ट्विटर पर इस निमंत्रण की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान संबंध इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। विदेश मंत्री एसएम कुरैशी ने राष्ट्रीय सुलह परिषद के अध्यक्ष डॉ अब्दुल्ला अब्दुल्ला को पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। हालांकि, अभी यात्रा की तीथियों का कोई जिक्र नहीं किया गया है। इसके बारे में सिर्फ इतना कहा गया है कि डॉ अब्दुल्ला की यह यात्रा सुविधाजनक तिथियों पर होगी।