WHO का बड़ा बयान, कहा- यूरो 2020 के कारण यूरोप में फैल रहा है कोरोना संक्रमण, तीसरी लहर की आशंका बढ़ी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूरोप में बढ़ते कोरोना संक्रमण के लिए यूरो 2020 को जिम्मेदार ठहराया है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक फुटबॉल स्टेडियम और मेजबान शहरों के पब और बार में वहां मौजूद भीड़ के कारण ही इस वक्त यूरोप में कोरोना संक्रमण इतनी तेजी के साथ फैल रहा है।
कोपेनहेगन,रॉयटर्स: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यूरोप में बढ़ते कोरोना संक्रमण के लिए यूरो 2020 को जिम्मेदार ठहराया है। अपने एक बयान में डब्ल्यूएचओ ने कहा कि फुटबॉल स्टेडियम और मेजबान शहरों के पब और बार में वहां मौजूद भीड़ के कारण ही इस वक्त यूरोप में कोरोना संक्रमण इतनी तेजी के साथ फैल रहा है।
स्टेडियमों में भीड़ संक्रमण का कारण
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, फुटबॉल फैंस और अन्य लोग के कारण पूरे इलाके में कोरोनोवायरस संक्रमणों में पिछले 10 सप्ताह की गिरावट समाप्त हो गई है और संक्रमण की एक नई लहर देखी जा सकती है। पिछले हफ्ते, कोरोना के नए मामलों की संख्या में 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जो यूरो 2020 के मेजबान शहरों में भीड़ के मिश्रण, यात्रा और सामाजिक प्रतिबंधों में ढील इसका मुख्य कारण है। संगठन के वरिष्ठ आपातकालीन अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, हमें स्टेडियमों से बहुत आगे देखने की जरूरत है। इस वक्त हमें यह देखने की जरूरत है कि लोग स्टेडियम कैसे पहुंचते हैं, क्या वे बसों के भीड़ भरे काफिले में यात्रा कर रहे हैं? साथ ही जब वो स्टेडियम छोड़ते हैं, तो क्या वे मैच देखने के लिए भीड़-भाड़ वाले बार और पब में जा रहे हैं? ये वो छोटी-छोटी घटनाएं हैं जिनके कारण कोरोना वायरस का संक्रमण तेजा के साथ बढ़ रहा है।
आयोजन में लापरवाही का आरोप
जर्मनी के आंतरिक मंत्री होर्स्ट सीहोफ़र ने यूरोपीय फ़ुटबॉल संघ UEFA द्वारा यूरो 2020 में भारी भीड़ को अनुमति देने के फैसले को पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना बताया है। वहीं, UEFA ने रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि, मेजबान स्थानों पर स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बनाए गए नियमों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। कोरोना के नए मालमों में बढ़ोतरी अधिक संक्रामक डेल्टा वायरस वेरिएंट के कारण हो रही है, जो पूरे यूरोप में तेजी से फैल रहा है।
तीसरी लहर की आशंका बढ़ी
कोविड-19 संक्रमण में बढ़ोतरी ने तीसरी लहर को लेकर चिंता बढ़ा दी है। ऐसा अनुमान है कि, अगर लोग टीकाकरण नहीं करवाते हैं तो शरद ऋतु में यूरोप भर में तीसरी लहर फैल सकती है। स्मॉलवुड के मुताबिक, शरद ऋतु में उछाल की चिंता अभी भी बनी हुई है। लेकिन मौजूदा वक्त में हम जो देख रहे हैं, उससे तीसरी लहर की परिस्थिति पहले भी बन सकती है।