WHO के स्टाफ ने लगाया आरोप, एशिया में बने नस्लभेद के शिकार
WHO के पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के संगठन निदेशक डा. ताकेशी कासाई पर नस्लभेदी अनैतिक और अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया और दावा किया है कि कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के डब्ल्यूएचओ के प्रयास प्रभावित हो रहे हैं।

जेनेवा, एपी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कुछ पूर्व व मौजूदा कर्मचारियों ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र के संगठन के शीर्ष निदेशक डा. ताकेशी कासाई (Takeshi Kasai) पर नस्लभेदी (Racism), अनैतिक और अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया। कर्मचारियों ने दावा किया है कि इससे कोरोना महामारी पर लगाम लगाने के डब्ल्यूएचओ के प्रयास प्रभावित हो रहे हैं। पिछले साल अक्टूबर में की गई एक आंतरिक शिकायत के बाद बीते हफ्ते दो गुमनाम कर्मचारियों की ओर से कार्यकारी बोर्ड को भेजे गए ईमेल में भी इस तरह के आरोप लगाए गए हैं।
शिकायतकर्ताओं ने दावा किया, ईमेल को तैयार करने में 30 से ज्यादा कर्मचारी शामिल हैं और यह 50 से अधिक लोगों के अनुभव बयां करता है। शिकायत में डब्ल्यूएचओ के मनीला स्थित पश्चिमी प्रशांत मुख्यालय के माहौल को 'दमघोंटू' बताते हुए वहां 'व्यवस्थित तरीके से डराने-धमकाने' का आरोप लगाया गया है। अक्तूबर 2021 में दायर एक आंतरिक शिकायत के बाद बीते हफ्ते दो गुमनाम कर्मचारियों की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों और कार्यकारी बोर्ड को भेजे गए ईमेल में भी इस तरह के आरोप लगाए गए हैं। ईमेल की एक कापी न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (AP) को हासिल हुई है।
आंतरिक शिकायत और ईमेल में डब्ल्यूएचओ के मनीला स्थित पश्चिमी प्रशांत मुख्यालय के माहौल को ‘दमघोंटू’ बताते हुए वहां ‘व्यवस्थित तरीके से डराने-धमकाने और सार्वजनिक उपहास की संस्कृति’ होने का आरोप लगाया गया है। डा ताकेशी कासाई के नेतृत्व वाले पश्चिमी प्रशांत मुख्यालय के तहत चीन, जापान और फिलीपीन सहित 37 देश आते हैं।
‘एसोसिएटेड प्रेस’ को उन बैठकों के कुछ फुटेज भी मिले हैं, जिसमें कासाई अपने कर्मचारियों की राष्ट्रीयता के आधार पर उनके खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के 11 पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों ने दावा किया कि कासाई अक्सर नस्ली टिप्पणी करते हैं।
Edited By Monika Minal