Move to Jagran APP

WHO ने भारतीय वैरिएंट को वैश्विक खतरा बताया, अब तक फैल चुका है कई देशों में

इस वायरस की संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा है। भारत में दूसरी लहर के बहुत तेजी से फैलने का कारण इसी वैरिएंट को माना जा रहा है। कुछ दिन पहले ही डब्ल्यूएचओ ने बताया था कि 17 देशों में यह वैरिएंट देखा जा चुका है।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 10:53 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 10:53 PM (IST)
WHO ने भारतीय वैरिएंट को वैश्विक खतरा बताया, अब तक फैल चुका है कई देशों में
WHO ने भारतीय वैरिएंट को वैश्विक खतरा बताया, अब तक फैल चुका है कई देशों में

जेनेवा, रायटर। भारत के डबल म्यूटेंट कोरोना वायरस को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने डबल म्यूटेंट यानी बी.1.617 वैरिएंट को वैश्विक चिंता का कारण बताया है। पहली बार इस वैरिएंट की पहचान पिछले साल हुई थी।

loksabha election banner

डब्ल्यूएचओ की मारिया वान करखोवे ने कहा, 'हम इस वायरस को वैश्विक स्तर पर चिंता के कारण के रूप में वर्गीकृत कर रहे हैं। ऐसी जानकारियां हैं, जिससे इसकी संक्रामकता बढ़ने का पता लग रहा है।' डब्ल्यूएचओ ने बताया कि बी.1.617 का करीबी वैरिएंट भारत में पिछले साल दिसंबर में देखा गया था। वहीं, इससे पहले का एक वैरिएंट अक्टूबर, 2020 में देखा गया था। यह वैरिएंट अब तक कई देशों में फैल चुका है। तेजी से बढ़ते संक्रमण के कारण कई देशों ने भारत से आवाजाही सीमित या प्रतिबंधित कर दी है। वान ने कहा कि मंगलवार तक इस वैरिएंट और इसी के क्रम के तीन अन्य वैरिएंट से जुड़ी कुछ और जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।

इस वायरस की संक्रमण क्षमता बहुत ज्यादा है। भारत में दूसरी लहर के बहुत तेजी से फैलने का कारण इसी वैरिएंट को माना जा रहा है। कुछ दिन पहले ही डब्ल्यूएचओ ने बताया था कि 17 देशों में यह वैरिएंट देखा जा चुका है।

इस बीच, डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडनम ने कहा कि भारत में आक्सीजन, दवा और अन्य जरूरी उपकरणों की खरीद के लिए फंड जुटाने के उद्देश्य से डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन 'टुगेदर फॉर इंडिया' अभियान चला रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.