डब्ल्यूएचओ बोला, कजाखिस्तान में संभवत: कोरोना संक्रमण के कारण हो रहा अज्ञात निमोनिया
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उसका मानना है कि कजाखिस्तान में अज्ञात निमोनिया की महामारी कोरोना वायरस की वजह से हो सकती है।
लंदन, एजेंसियां। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) के आपात स्थिति प्रमुख डॉ. माइकल रेयान (Dr Michael Ryan) ने कहा है कि हमारा मानना है कि कजाखिस्तान में अज्ञात निमोनिया की महामारी कोरोना वायरस की वजह से हो सकती है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएचओ कजाखिस्तान में स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर एक्स-रे रिपोर्टों की समीक्षा कर रहा और देख रहा है कि कहीं इन मामलों का संबंध कोरोना संक्रमण से तो नहीं है। उन्होंने बताया कि कजाखिस्तान प्रशासन ने पिछले हफ्ते जांच के बाद 10 हजार से अधिक कोरोना के मामलों की पुष्टि की।
रेयान ने बताया कि बीते मंगलवार को कजाखिस्तान में लगभग 50 हजार मामले सामने आए जिसमें 263 लोगों की मौत हो गई है। हम वास्तविक जांच पर नजर रख रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि अन्य निमोनिया के लोगों की रिपोर्ट गलत तरीके से निगेटिव नहीं आए। कई निमोनिया के मामलों में कोरोना संक्रमण की जांच ठीक ढंग से नहीं की गई। हमारा मानना है कि कजाखिस्तान में निमोनिया के जो मामले सामने आए हैं उनमें से कई कोरोना के हैं। डल्ब्यूएचओ की टीम पहले से कजाखिस्तान में है। हम गंभीरता से इनका अवलोकन कर रहे हैं।
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization, WHO) के महानिदेशक टेड्रॉस अदनोम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि अभी तक दुनिया के अधिकांश हिस्सों में कोरोना संक्रमण पर लगाम नहीं लगाई जा सकी है और यह बेहद बुरे दौर की ओर जा रहा है। मौजूदा वक्त में सबसे बड़ा खतरा कोरोना से नहीं बल्कि वैश्विक एवं राष्ट्रीय स्तरों पर नेतृत्व और एकजुटता के अभाव से है। एक विभाजित दुनिया के तौर पर हम इस महामारी को परास्त नहीं कर सकते हैं। कोरोना संकट वैश्विक एकजुटता और वैश्विक नेतृत्व की परीक्षा है।
उल्लेखनीय है कि चीन ने चेतावनी दी थी कि कजाकिस्तान में कोरोना से ज्यादा जानलेवा निमोनिया फैल रहा है। चीन का कहना है कि यदि यह दुनियाभर में फैल गया तो तबाही आ जाएगी। चीन का कहना था कि कजास्तिान में फैल रही बीमारी से मृत्युदर कोरोना से भी ज्यादा है। कजाकिस्तान में अज्ञात निमोनिया से पहले छह महीनों में 1,772 लोगों की मौत हुई है, 628 लोग जून महीने में ही मारे गए हैं। हालांकि, कजाकिस्तान ने भी चीन के इस दावे को झूठा करार दिया था। कजाकिस्तान ने कहा था कि चीन के इस दावे को गलत बताया था।