Move to Jagran APP

तालिबान का सिर कुचलने में अब तक नाकाम रहा US, गिरा चुका है 38 हजार से अधिक बम

तालिबान के खात्मे के लिए इस साल सितंबर तक अमेरिका और उसकी सहायक सेनाओं ने 5213 बम गिराए। यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 10:28 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 10:49 AM (IST)
तालिबान का सिर कुचलने में अब तक नाकाम रहा US, गिरा चुका है 38 हजार से अधिक बम
तालिबान का सिर कुचलने में अब तक नाकाम रहा US, गिरा चुका है 38 हजार से अधिक बम

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। 17 साल पहले आतंकवाद का सफाया करके जिस अमन और शांति को स्थापित करने के मकसद से अमेरिका ने अफगानिस्तान पर मित्र देशों के साथ हमला किया था, वह मकसद पूरा होता नहीं दिख रहा है। बुधवार की रात को अफगानिस्तान के पश्चिमी फराह प्रांत के जिला खकी सफेड में स्थित पुलिस चौकी पर हमला कर तालिबान ने 30 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। आलम ये है कि वर्ष 2004 से लेकर अब तक अमेरिका ने अफगानिस्‍तान में मौजूद तालिबान के खात्‍मे के लिए वहां 38409 बम गिराए हैं। इसके बावजूद तालिबान का सिर वहां पर पूरी तरह से नहीं कुचला जा सका है। 

loksabha election banner

2018 में की सर्वाधिक बमबारी

तालिबान के खात्मे के लिए इस साल सितंबर तक अमेरिका और उसकी सहायक सेनाओं ने 5213 बम गिराए। यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 2010 में सर्वाधिक 5101 बन गिराए गए थे। इसी साल 711 जवान और 1271 नागरिक भी मारे गए थे। ओबामा का राष्ट्रपति काल समाप्त होने तक बम बरसाने की संख्या कम हुई, लेकिन पिछले अगस्त में राष्ट्रपति ट्रंप ने नई अफगान रणनीति के तहत ज्यादा सैनिकों को तैनात करने की बात कही। तभी से बम बरसाने की संख्या में इजाफा होता गया।

सबसे लंबा अमेरिकी युद्ध बनने की ओर

अमेरिका द्वारा लड़ा गया वियतनाम युद्ध सबसे लंबा चला है, लेकिन जिस तरह से अफगानिस्तान में अमेरिका उलझा हुआ है उससे लगता है कि यह उसका सबसे लंबा युद्ध बन जाएगा।

आधे अफगानिस्तान पर तालिबान पुन: काबिज

अफगानिस्तान में 14 हजार अमेरिकी जवान मौजूद हैं। तालिबान के खात्मे की आस निहार रहे अमेरिका को मायूसी हाथ लग रही है। आधा अफगानिस्तान फिर से इस आतंकी संगठन के कब्जे में आ चुका है। दुखद यह भी कम नहीं है कि आइएस जैसे अन्य आतंकी संगठन भी तेजी से वहां पैर फैला रहे हैं।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.