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ताईवान के राष्ट्रपति से मिले अमेरिकी कैबिनेट के सदस्य एलेक्स अजार, खफा है चीन

1979 के बाद अमेरिका के शीर्ष कैबिनेट मंत्री ताईवान के दौरे पर हैं।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 09:25 AM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 09:25 AM (IST)
ताईवान के राष्ट्रपति से मिले अमेरिकी कैबिनेट के सदस्य एलेक्स अजार, खफा है चीन
ताईवान के राष्ट्रपति से मिले अमेरिकी कैबिनेट के सदस्य एलेक्स अजार, खफा है चीन

ताइपेई, एएफपी। अमेरिका के स्वास्थ्य सचिव एलेक्स अजार ने सोमवार को ताईवान के राष्ट्रपति त्साइ इंग-वेन (Tsai Ing-wen) से मुलाकात की। अमेरिका के स्वास्थ्य सचिव एलेक्स अजार (Health Secretary Alex Azar) तीन दिनों के लिए ताइपेई में है। इससे पहले वर्ष 2014 में अंतिम कैबिनेट मंत्री ताईवान गए थे। 1979 में ताइवान के साथ खत्म हुए संबंध के बाद यह अमेरिका की ओर से पहला उच्चस्तरीय दौरा है। इस दौरे की बीजिंग ने आलोचना की है। 

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ताईवान पर अपना दावा ठोकने वाले चीन ने एलेक्स अजार के इस दौरे को शांति और स्थिरता के लिए खतरा बताया है। सोमवार सुबह अजार ने ताइवान के राष्ट्रपति  से मुलाकात की जो आइलैंड की पहचान संप्रभु राष्ट्र के तौर पर किए जाने की वकालत करते हैं जिसे चीन नापसंद करता है। एलेक्स अजार ने राष्ट्रपति से कहा, 'कोविड-19 पर नियंत्रण पाने में ताइवान का पूरी दुनिया में सफल देश है और यह ताईवानी समाज व संस्कृति के लोकतांत्रिक प्रकृति, आजादी व पारदर्शिता के प्रति श्रद्धांजलि है।' विश्व स्वास्थ्य संगठन ( World Health Organization, WHO) में आइलैंड के शामिल होने की प्रक्रिया को समर्थन देने के लिए  त्साइ ने अमेरिका का शुक्रिया आदा किया। दरअसल अब तक चीन इसकी राह में रोड़ा अटकाता आया है।    

नॉवेल कोरोना वायरस का केंद्र रहे चीन से बेहद करीब स्थित होने के बावजूद इस द्वीप में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 500 से भी कम रहे और इस घातक वायरस से सात लोगों की मौत हुई। ऐसे में ताइवान सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली को इसका श्रेय जाता है।

 यह दौरा लोकतांत्रिक मूल्यों को साझा करने और कोरोना वायरस पर काबू पाने में आइलैंड की सफलता की सराहना के लिए है। चीन के साथ जारी अमेरिका के तनावपूर्ण संबंधों के बीच यह दौरा हो रहा है। महामारी के साथ-साथ सुरक्षा, सेना और व्यापार के व्यापक मुद्दों पर अमेरिका और चीन के बीच विवाद है। चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स के अनुसार, ताइवान और अमेरिका के बढ़ते संबंधों को लेकर दोनों देशों को चीन की ओर से चेतावनी दी गई है। ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित खबर में लिखा है कि चीन ने अपने सैन्य शक्ति में इतना इजाफा कर लिया है कि ताइवान अमेरिका से कितना भी सैन्य उपकरण और हथियार खरीद ले इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।


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