उत्तर कोरिया से संबंधों में सुधार के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच चर्चा, परमाणु निरस्त्रीकरण बना अड़चन
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति दोनों कोरियाई देशों के बीच आर्थिक संबंध बनाने की मंशा रखते हैं लेकिन अमेरिका संबंधों में सुधार के लिए परमाणु निरस्त्रीकरण पर जोर दे रहा है। वहीं उत्तर कोरिया बातचीत शुरू करने से पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में ढील की मांग कर रहा है ।
सियोल, रॉयटर्स: अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग यूई-योंग ने मानवीय सहायता की संभावना के साथ उत्तर कोरिया से मेल-जोल बढ़ाने को लेकर चर्चा की है। दोनों सहयोगी देशों का ऐसा मानना है कि, उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार छोड़ दें और अपने मिसाइल कार्यक्रम को भी समाप्त कर दे। वहीं, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन, दोनों कोरियाई देशों के बीच आर्थिक संबंध बनाने की मंशा रखते हैं, लेकिन अमेरिका संबंधों में सुधार के लिए परमाणु निरस्त्रीकरण को पहले कदम के रूप में जोर दे रहा है।
उत्तर कोरिया से मेलजोल बढ़ाने पर चर्चा
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय चुंग ने, ब्लिंकन के साथ चर्चा को लेकर अपने एक बयान में कहा कि, वे मानवीय सहयोग के साथ उत्तर कोरिया से मेलजोल बढ़ाने के तरीकों पर विस्तृत चर्चा करने के लिए सहमत हुए हैं और इसमें उत्तर कोरिया को जोड़ने के प्रयास भी जारी रखेंगे। वहीं, अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि, ब्लिंकन ने उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बातचीत और जुड़ाव के लिए अमेरिकी समर्थन की पुष्टि कि है। गौरतलब है कि, पिछले हफ्ते से उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने एक बार फिर से बातचीत शुरू की है, जिसे एक साल पहले उत्तर कोरिया के तरफ से बंद कर दिया गया था। दक्षिण कोरियाई अधिकारियों के मुताबिक, मून और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने और शिखर सम्मेलनों को फिर से बहाल करने पर विचार कर रहे थे।
उत्तर कोरिया की प्रतिबंधों में ढील की मांग
दक्षिण कोरियाई सांसदों के अनुसार, उत्तर कोरिया संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बातचीत शुरू करने से पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों में कुछ ढील की मांग कर रहा है, लेकिन अमेरिका ने उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइलों पर बातचीत से पहले प्रतिबंधों को कम करने के लिए बहुत कम रुझान दिखाया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ब्लिंकन ने उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों को पूरी तरह से लागू करने के लिए, शुक्रवार को एक वर्चुअल बैठक में आसियान देशों के समकक्षों को बुलाने की योजना बनाई है। आपको बता दें, 1950 से 1953 तक लड़े गए कोरियाई युद्ध के बाद से दक्षिण कोरिया में लगभग 28हजार 500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। यह युद्ध एक शांति संधि के बजाय, युद्धविराम के तौर पर समाप्त हुआ है, जिसने तकनीकी रूप से इलाके को युद्ध की स्थिति में छोड़ा हुआ है।