कोरोना वायरस के कारण दुनिया के सामने भोजन का संकट, UN, WHO और WTO ने दी चेतावनी
सरकारें अगर कोरोना वायरस के कारण उपजे इस संकट का समाधान नहीं निकाल पाई तो दुनिया के सामने नया संकट पैदा हो सकता है।
पेरिस, एएफपी। सरकारें अगर कोरोना वायरस के कारण उपजे इस संकट का समाधान नहीं निकाल पाई तो दुनिया के सामने नया संकट पैदा हो सकता है। यह संकट है भोजन का। विश्र्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने एक संयुक्त बयान में यह चेतावनी दी है।
डब्ल्यूएचओ व डब्ल्यूटीओ ने सरकारों से खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा
इस समय कोरोना के कारण कई देशों में लॉकडाउन चल रहा है। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार और खाद्य आपूर्ति चेन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इसके अलावा लोगों ने अफरा-तफरी के चलते बड़े पैमाने पर खरीदारी करके सामान घरों में जुटा लिया है। इससे भी खाद्य वस्तुओं की किल्लत देखने को मिल रही है। एफएओ के प्रमुख क्यू डोंगयू, डब्ल्यूएचओ डायरेक्टर जनरल टेउरोस एडनम और डब्ल्यूटीओ के डायरेक्टर रॉबर्टो एजेवेडो की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि खाद्य उपलब्धता की अनिश्चितता के कारण कई देश निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, इससे वैश्विक बाजार में कमी आएगी।
दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन के चलते वैश्विक कारोबार पर पड़ रहा बुरा असर
बयान में कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान भी जहां तक संभव हो व्यापार को सुचारू तरीके से चलाते रहने का प्रयास होना चाहिए। अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते समय विभिन्न देशों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि खाद्य आपूर्ति की चेन प्रभावित नहीं हो। ज्यादा समय तक ऑर्डर रुके रहने और यात्रा पर प्रतिबंध से श्रमिकों की कमी हो रही है, जिससे कृषि उत्पादन प्रभावित हो रहा है। इससे बाजार तक खाद्य पदार्थो का पहुंचना मुश्किल हो रहा है। संयुक्त बयान में खाद्य उत्पादन से जुड़े कार्य में लगे लोगों का रोजगार सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।