Move to Jagran APP

अफगानिस्तान में रहे लोगों और शरणार्थियों की मदद के लिए बोले संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त

युक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने अफगानिस्तान में रहे लोगों और शरणार्थियों के लिए तत्काल और निरंतर मदद करने की अपील की है। बुधवार को अफगानिस्तान की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन के बाद ग्रैंडी ने कहा अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति निराशाजनक बनी हुई है।

By Pooja SinghEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 12:37 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 12:37 PM (IST)
अफगानिस्तान में रहे लोगों और शरणार्थियों की मदद के लिए बोले संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त
अफगानिस्तान में रहे लोगों और शरणार्थियों की मदद के लिए बोले संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त

काबुल, एएनआइ। शरणार्थियों की सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने अपील की है। संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त, फिलिपो ग्रांडी ने अफगानिस्तान में रहे लोगों और शरणार्थियों के लिए तत्काल और निरंतर मदद करने की अपील की है। बुधवार को अफगानिस्तान की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन के बाद ग्रैंडी ने कहा, 'अफगानिस्तान में मानवीय स्थिति निराशाजनक बनी हुई है।'

loksabha election banner

इससे पहले संयुक्त राष्ट्र की तरफ से कहा गया था कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से 18 मिलियन से अधिक अफगानों को तत्काल मानवीय सहायता की आवश्यकता है। साथ ही बताया था कि 35 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं यहां पर सार्वजनिक सेवाएं और अर्थव्यवस्था ठीक नहीं है।

फिलिपो ग्रांडी ने कहा," अगर अफगानिस्तान में सार्वजनिक सेवाएं और अर्थव्यवस्था ठीक नहीं होती है तो हमे देश के भीतर और बाहर दोनों जगह पर अस्थिरता और विस्थापन का सामना करना पड़ेगा।' उन्होंने आगे कहा कि इसलिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अफगानिस्तान की मदद के लिए आगे आना चाहिए और जल्दी एक बड़े मानवीय संकट को रोकने के कार्य करना होगा।'

काबुल की तीन दिनों की यात्रा पर थे संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त

काबुल की अपनी यात्रा के दौरान फिलिपो ग्रांडी ने अंतरिम अफगान सरकार के साथ-साथ अन्य संयुक्त राष्ट्र और गैर सरकारी संगठनों के कर्मचारियों से मुलाकात की थी। ग्रैंडी ने अंतरिम अफगान मंत्रियों के साथ अपनी बैठक के बाद कहा, 'हमने अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की है। इस दौरान हमने महिला कर्मचारियों के काम पर वापस लौटने के साथ बच्चों के लिए शिक्षा का महत्व और सुरक्षा संबंधित मुद्दों पर बातचीत की।

ग्रांडी ने कहा कि उन्होंने अंतरिम सरकार को इन महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया किया है। बता दें कि अपनी यात्रा के दौरान, ग्रांडी ने काबुल में यूएनएचसीआर गोदाम में ट्रकों के एक काफिले के आगमन का निरीक्षण भी किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.