तुर्की और रुस मिलकर कोरोना वायरस वैक्सीन बनाने के लिए करेंगे काम
सभी देश अपने स्तर पर इसकी रोकथाम के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। अब तुर्की और रुस इस वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए एकजुट हो गए हैं।
अंकारा, एपी। पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना संकट से जूझ रही है। ऐसे में चीन के वुहान से फैले इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। सभी देश अपने स्तर इसकी रोकथाम के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। अब तुर्की और रुस इस वायरस की वैक्सीन बनाने के लिए एकजुट हो गए हैं। तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है तुर्की और रूस ने कोरोनो वायरस वैक्सीन के विकास में सहयोग करने और संयुक्त नैदानिक परीक्षण करने की योजना पर सहमति व्यक्त की है।
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने बुधवार को कहा कि दोनों देशों के वैज्ञानिक सलाहकार इस सप्ताह के अंत में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए वैक्सीन बनाने पर सहयोग वार्ता का दूसरा दौर आयोजित करने वाला है। उन्होंने बताया कि कुल 22 तुर्की विश्वविद्यालय और शोध एक टीका विकसित करने के लिए काम कर रहे हैं और उनमें से चार पशु परीक्षण चरण में आगे बढ़े हैं।
मंत्री ने यह भी कहा कि तुर्की ने मलेरिया दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का लाभ देखा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य देशों के विपरीत तुर्की इस बीमारी के प्रारंभिक चरण में COVID-19 रोगियों के इलाज के लिए दवा का संचालन कर रहा है।
बता दें कि इस वक्त कोरोना संकट से पूरी दुनिया जूझ रही है। इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। ऐसे में सभी देश अपने स्तर इसकी रोकथाम के लिए वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। 200 से ज्यादा देश इस वायरस की चपेट में है। 65 लाख से ज्यादा लोग इस बीमारी से लड़ रहे हैं। वहीं मरनेवालों का आंकड़ा तीन लाख के पार पुहंच गया है। फिलहाल इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। सिवाय एहतियात के अलावा इस बीमारी का कोई इलाज नहीं मौजूद नहीं है।