Move to Jagran APP

तियानमेन चौक नरसंहार की 32वीं बरसी पर हांगकांग में जबर्दस्त तनाव, लोकतंत्र समर्थक की हुई गिरफ्तारी

लोकतंत्र समर्थक चाउ व अन्य नेता प्रदर्शन से पहले ही गिरफ्तार। तियानमेन चौक नरसंहार(Tiananmen Square massacre) की 32वीं बरसी पर पर मोमबत्तियां जलाने का किया था आह्वान। लोकतंत्र समर्थक 30 वर्षीय चाउ हैंग तुंग को पुलिस ने किया गिरफ्तार।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Fri, 04 Jun 2021 03:04 PM (IST)Updated: Fri, 04 Jun 2021 03:04 PM (IST)
तियानमेन चौक नरसंहार की 32वीं बरसी पर हांगकांग में जबर्दस्त तनाव, लोकतंत्र समर्थक की हुई गिरफ्तारी
हांगकांग में तियानमेन चौक नरसंहार की 32वीं बरसी पर तनाव।(फोटो: दैनिक जागरण)

हांगकांग, एजेंसियां। चीन के तियानमेन चौक पर 32 साल पहले हुए नरसंहार की बरसी पर हांगकांग में लोकतंत्र समर्थर्को के प्रदर्शन को लेकर जबर्दस्त तनाव हो गया। पुलिस ने लोकतंत्र समर्थक 30 वर्षीय चाउ हैंग तुंग को सुबह गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा कई अन्य नेताओं की गिरफ्तारी की गई है। चाउ ने अपने फेसबुक पेज पर हांगकांग की जनता से अपील की थी कि वे तियानमेन चौक पर नरसंहार में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मोमबत्ती जरूर जलाएं। उन्होंने लिखा कि वह 32 साल से श्रद्धांजलि देने की परंपरा निभा रही हैं और इस बार भी विक्टोरिया पार्क जाकर श्रद्धांजलि देंगी। हांगकांग में लगातार दूसरे साल यह प्रतिबंध लगाया गया है। यहां सतर्कता के तौर पर तियानमेन नरसंहार की याद में बनाए अस्थायी संग्रहालय को भी बंद कर दिया गया।

loksabha election banner

विक्टोरिया पार्क का क्षेत्र रहा सील

विक्टोरिया पार्क में पिछले साल सरकार की पाबंदी के बावजूद लोकतंत्र समर्थक हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे और जमकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस से जमकर टकराव हुआ था। प्रमुख लोकतंत्र समर्थकों सहित दर्जनों नेता अभी भी जेल में हैं। इस बार विक्टोरिया पार्क का बड़ा क्षेत्र पूरी तरह सील कर दिया गया।

ब्लिंकन के बयान से चीन बिफरा

नरसंहार की 32 वीं बरसी पर अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने ट्वीट किया कि तियानमेन चौक पर हजारों लोगों पर कार्रवाई और उनकी मौत महज इसलिए की गई कि वे अपने अधिकारों के तहत प्रदर्शन कर रहे थे। मानवाधिकार सार्वभौमिक है और सभी सरकारों को इसका सम्मान करना चाहिए। ब्लिंकन के इस ट्वीट पर चीन भड़क गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इसको चीन के आंतरिक मामले में दखलंदाजी बताया है।

चीन में 1989 में हुआ था नरसंहार

32 साल पहले चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के सर्वोच्च पद पर आसीन उदारवादी नेता हू याओबैंग की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद हजारों छात्रों और मजदूरों ने प्रदर्शन किया था 3 और 4 जून 1989 को कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार ने इन प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाते हुए टैंक चढ़ा दिए थे। इस घटना में तत्कालीन ब्रिटेन के राजदूत के अनुसार दस हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.